जहानाबाद सदर
. वित्तीय वर्ष 2024-25 समाप्त हो गया, लेकिन जिले में बालू घाटों का बंदोबस्ती नहीं हो सकी. पिछले साल तो खनन विभाग द्वारा बालू घाट की नीलामी के लिए टेंडर भी निकली थी, लेकिन इस साल नीलामी के लिए टेंडर भी नहीं निकाला जा सका.
विदित हो कि पिछले साल खनन विभाग द्वारा जिले में फल्गु नदी सहित अन्य नदी के बालू घाट के नीलामी के लिए टेंडर निकला था, विभाग की ओर से छह बार टेंडर निकाला गया था लेकिन फल्गु नदी में बालू नहीं रहने की वजह से निविदा प्रक्रिया में कोई भी संवेदक भाग नहीं लिया. परिणामस्वरूप फल्गु नदी में बालू को लेकर जिलाधिकारी के निर्देश पर पांच सदस्यीय टीम सर्वे किया तथा उसका रिपोर्ट जिलाधिकारी को प्रेषित किया. जिलाधिकारी द्वारा रिपोर्ट विभाग को भेजा गया है लेकिन अभी तक उस पर कोई मंतव्य नहीं आ सका, जिसकी वजह से जिले में फल्गु नदी में बालू घाटों की बंदोबस्ती नहीं हो सका.
बालू घाट की बंदोबस्ती नहीं होने का फायदा बालू माफियाओं द्वारा जमकर उठाया जा रहा है. खासकर फल्गु नदी में बालू माफिया कब्जा किये रहते हैं. रात के अंधेरे में नदी से बालू का उठाव करते हैं और उसे चोरी-छुपे बेच भी देते हैं. कई जगहों पर जेसीबी मशीन लगाकर भी बालू का अवैध उत्खनन रात में किया जाता है और ट्रैक्टर पर लोड कर बिक्री की जाती है. उसके लिए बालू माफियाओं द्वारा सिंडिकेट बनाकर काम किया जाता है और टीम के सदस्य अलग-अलग हिस्सों में काम करते हैं. साथ ही बालू का अवैध खनन कर मोटी उगाही कर रहे हैं.
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