जहानाबाद.
शहर में जालसाज गिरोह सक्रिय है जो स्टेशन व बस स्टैंड के इलाके में सक्रिय होकर प्रदेश से लौटने वाले राहगीरों को अपना निशाना बनाते हैं. शुक्रवार को एक ऐसा ही मामला प्रकाश में आया है, जहां निजी कंपनी के कर्मी को जालसाज गिरोह ने अपना शिकार बनाया और 17 हजार रुपये नकद व मोबाइल लेकर फरार हो गये. इस संदर्भ में अरवल जिले के रामपुर चौरम थाना अंतर्गत सरौती के रहने वाले उमाकांत शर्मा ने नगर थाने में जालसाजी की शिकायत दर्ज करायी है.
सूचक ने पुलिस को दिये शिकायत में कहा है कि वह वर्तमान में पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में निजी कंपनी में काम करते हैं. 2 अप्रैल को गया-पटना पैसेंजर ट्रेन से जहानाबाद रेलवे स्टेशन पर उतरे तथा घर जाने के लिए स्टेशन से बाहर निकले, मेरे साथ तीन बैग था. स्टेशन परिसर के बाहर मंदिर के समीप एक टेंपो लगा था, जो अरवल-अरवल चिल्ला रहा था, तो मैं उस टेंपो पर सवार हो गया. बैठने के बाद पूर्व से टेंपो में बैठा आदमी मुझसे पूछा कि कहां जाना है, तो मैंने कहा कि अरवल तो उसने मुझसे कहा कि मैं भी वहीं जा रहा हूं. थोड़ी देर के बाद उस आदमी के पास फोन आया कि कहां है तो वह बोला कि टेंपो में हैं. इसके बाद बात करने वाले मोबाइलधारक ने बताया कि टेंपो से उतरकर बाहर गाड़ी में आइए तो वह आदमी मुझे भी साथ चलने को कहा और अपने साथ मुझे भी गाड़ी में बैठा लिया. वह एक उजला रंग का कार था, जो पहले बाहर में रोड पर खड़ा था जिसमें पहले से तीन व्यक्ति सवार थे. जब हमलोग गाड़ी पर थे, तो बोला कि हमलोग सरकारी आदमी हैं.
गाड़ी चेक हो सकता है तो जितना भी पैसा है, वह छुपाना नहीं है, उसको जमा कर दीजिए फिर मेरे पास जो 17 हजार रुपये था, उसको दे दिये. साथ में मैं अपना मोबाइल भी दे दिया. मोबाइल के कवर में आधार कार्ड भी था, सभी उसे सौंप दिया, फिर कार सवार उचक्कों ने हमें घोसी मोड़ के पास गाड़ी चेकिंग के नाम पर उतारकर चला गया. सूचक का आरोप है कि गाड़ी में सवार चार लोग थे जिन्होंने धोखाधड़ी की घटना को अंजाम दिया है. पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है.
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