जहानाबाद : राज्य सरकार द्वारा बिजली दरों में बढ़ोतरी किये जाने के विरोध में जिले के भाजपा कार्यकर्ताओं ने सोमवार को बिजली कार्यालय के समीप एक दिवसीय धरना दिया. आयोजित धरना कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष पूनम सिन्हा ने की. धरना के माध्यम से बेतहाशा बिजली दरों में की गयी वृद्धि को वापस लेने की मांग सरकार से की गयी. धरना कार्यक्रम में भाजपाइयों ने बिहार सरकार के विफलताओं का जिक्र करते हुए बिजली विभाग में व्याप्त खामियां में सुधार लाने की वकालत की.
उन्होंने बिजली संरचना, बिजली आपूर्ति, विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार, फर्जी विपत्र में गुणात्मक सुधार जैसे कई बिंदुओं का जिक्र करते हुए सुधार लाने की बात दोहरायी. धरना कार्यक्रम को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि बिहार सरकार बिजली दरों में बढ़ोतरी कर यह सिद्ध कर दिया है कि सूबे की सरकार गरीब किसान विरोधी है. विद्युत संबंधित नीतियां जो लागू की जा रही है वह सभी उपभोक्ताओं के लिए असहनीय है. धरना में नरेश कुमार ने बिहार सरकार की कई नकामियों की विस्तृत चर्चा की.
भाजपा नेता राधामोहन शर्मा ने संबोधित करते हुए बिजली दरों में की गयी बढ़ोतरी को अविलंब वापस लेने की मांग सरकार से की. उन्होंने कहा कि यदि बिजली दरों में किये गये बढ़ोतरी को शीघ्र वापस नहीं लिया गया तो यह जनआंदोलन का रूप लेगा. वरिष्ठ नेता अजीत कुमार ने कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर बिहार सरकार की नकामियों को जनता तक पहुंचाने की बात कही. उन्हों ने कार्यकर्ताओं से ग्रामीणों की समस्या से रूबरू होकर समस्या के समाधान के लिए प्रयत्न करने की बात कही. उन्होंने आम लोगों से सरकार द्वारा बिजली दरों में की गयी बढ़ोतरी को जनविरोधी फैसला बताया है. धरना कार्यक्रम में दधीबल शर्मा, अभिमन्यु कुमार, शैलेंद्र कुमार, मृत्युंजय मिश्रा, कमला विंद समेत कई नेता मौजूद थे.