जहानाबाद नगर : गर्मी का मौसम शुरू होते ही जिले में अगलगी की घटनाएं बढ़ने लगी हैं. पिछले कई दिनों से जिले के अलग-अलग भागों में अगलगी की घटनाएं हो रही हैं. पछुआ हवा चलने से ग्रामीण इलाकों में अगलगी की घटनाओं की आशंका और बढ़ गयी हैं. आग से घर, खेत, खलिहान एवं जान-माल की भारी क्षति पहुंचती है तथा सबकुछ पूरी तरह बर्बाद हो जाता है. ऐसे में सावधानी बरतते हुए अगलगी की घटनाओं को रोका जा सकता है अगर थोड़ी-सी सावधानी बरती जाये.
गुरुवार को एसडीआरएफ की टीम द्वारा अगलगी की घटनाओं से बचाव के उपाय बताये गये. सदर प्रखंड कार्यालय स्थित प्रखंड संसाधन भवन में आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा आयोजित कार्यक्रम में अग्निकांड से बचाव के उपाय से लोगों को अवगत कराया गया. एसडीआरएफ की टीम द्वारा बताया गया कि ग्रामीण इलाकों में दिन का खाना सुबह आठ बजे से पहले तथा रात का खाना शाम छह बजे के बाद बनाएं. वहीं कटनी के बाद खेत में छोड़े डंठलों में आग नहीं लगाएं.
भाेजन बनाने के बाद चूल्हे की आग पूरी तरह बुझा दें. रसोई घर अगर फूस का हो तो उसकी दीवार पर मिट्टी का लेप लगाएं. दीया, लालटेन, मोमबत्ती को ऐसी जगह न रखें जहां से गिरकर आग लगने की संभावना हो सके. मवेशियों को आग से बचाने के लिए मवेशी घर में पर्याप्त मात्रा में पानी का इंतजाम एवं निगरानी रखें. ग्रामीण क्षेत्रों में हरा गेहूं, खेसारी, छेमी लाकर बच्चे भूंजते हैं , ऐसे में आग लगने से बचने के लिए उन पर निगरानी रखें. वहीं सामान्य जनों के लिए भी उन्होंने अग्निकांड के बचाव से कई उपाय बताये. बताया गया कि हवन आदि को सुबह निबटाएं, रसोइघर की छत ऊंची रखी जाये, आग बुझाने के लिए बालू अथवा मिट्टी बोरे में भरकर तथा दो बाल्टी पानी अवश्य रखें.