मोदनगंज : प्रखंड क्षेत्र के पितांबरपुर गांव के निवासी हवलदार अनिल कुमार सिंह की समस्तीपुर में शराब माफियाओं के साथ मुठभेड़ में हुई मौत की खबर सुनते ही गांव में कोहराम मच गया. मंगलवार को शहीद पुलिस हवलदार का शव जैसे ही गांव में पहुंचा तो चारों ओर मातम पसर गया. उनके परिवार के लोगों का रो-रो कर बुरा हाल था.
साथ ही गांव के हरेक व्यक्ति की आंखें हर दिल अजीज हवलदार का शव देखते ही छलक पड़ी. दिवंगत अनिल रिटायर्ड शिक्षक स्व विशुनदेव शर्मा के बड़े पुत्र थे एवं वह परिवार के मुखिया थे. मौत की खबर सुन कर गांव में रह रही उनकी भभु शिक्षिका रीता कुमारी बेसुध होकर रोने लगी.
उनकी दहाड़ सुनकर पड़ोस के लोग जमा हो गये एवं शिक्षिका को ढाढ़स बंधाया. कुछ ही दिनों पूर्व हवलदार अनिल सिंह बगल के गांव राढिल में एक शादी समारोह में शिरकत करने के लिए अपने गांव पितांबरपुर आये थे. गांव में उनकी भभु एवं भतीजा राहुल कुमार और आनंद शंकर थे. अनिल के छोटा पुत्र भी पिछले 10-12 दिनों से गांव आया हुआ था. पिता की मौत की खबर सुनकर वो समस्तीपुर रवाना हो गया था. शहीद हवलदार के बड़े बेटे अपने मां उषा देवी के साथ दिल्ली में था.
उक्त हवलदार की दो बेटी व दो बेटे हैं. दोनों लड़कियों की शादी हो चुकी है. बड़ा पुत्र धीरज मैनेजमेंट की पढ़ाई कर रहा है, जबकि छोटा पुत्र रोहित दिल्ली में आईएससी की शिक्षा ग्रहण कर रहा है. दोनों बेटों के साथ उनकी मां उषा देवी दिल्ली में रह रही हैं. गांव में रह रही शहीद हवलदार की भभु बताती है कि डेढ़ माह पूर्व ही समस्तीपुर के हलई ओपी में पोस्टिंग हुई थी. वे बीएमपी में तैनात थे जो ओपी क्षेत्र के इंद्रबारा केवल स्थान के समीप शराब माफियाओं के साथ हुए मुठभेड़ में शहीद हो गये.
गांव वाले बताते हैं कि वे बहुत ही नेक इंसान थे. गांव में आते थे तो हरेक लोगों से मुलाकात कर उनका कुशल-क्षेम पूछते थे. मंगलवार को अपराह्न में उनका पार्थिव शरीर पहुंचते ही पूरा गांव रो पड़ा. ग्रामीणों ने उनका अंतिम दर्शन कर उन्हें श्रद्धांजलि दी. उनका अंतिम संस्कार फतुहा में किया जायेगा.