जहानाबाद : जिले के जहानाबाद-अरवल एनएच 110 पर जहानाबाद कॉलेज जहानाबाद के समीप एनएच के किनारे फेंके गये कचरे से लोगों को काफी परेशानी हो रही है. कचरे से निकलने वाली दुर्गंध से लोगों का जीना मुहाल हो गया. कचरे के ढेर में लगायी गयी आग से दो-तीन दिनों से धुआं निकल रहा है. धुएं से वहां से गुजरने वाले आम यात्रियों का दम घुटता है. कचरे से निकली धुआं वातावरण को तो प्रदूषित करती ही है साथ ही साथ स्वस्थ आदमी को बीमारी भी कर रही है. मोहल्लेवासी व पाइप विक्रेता धीरज कुमार का कहना है कि यही हाल रहा तो वह दिन दूर नहीं जब जहानाबाद का भी हाल दिल्ली जैसा हो जायेगा.
लोग ठोस प्रबंधन नहीं रहने के कारण बीमारी का शिकार हो रहे हैं. आम लोगों के गुजरने वाले सार्वजनिक जगहों पर ही कचरा फेंक दिया जाता है. कचरा जैसे-जैसे सूखता है उससे दुर्गंध निकलती है. उन्होंने बताया कि शहर के अस्पताल मोड़, जाफरगंज, थाना रोड सहित शहर के कई ऐसी जगह है जहां आये दिन हजारों लोगों का आना-जाना रहता है.
वैसे जगह पर कचरा फेंकना कोई भी दृष्टकोण से उचित नहीं है. सफाईकर्मियों द्वारा शहर से निकालकर फेंके गये कचरे से एक तरफ नदी का अस्तित्व खतरे में पड़ते जा रहा है. वहीं एनएच के समीप डाले जाने वाले कचरे आम लोगों के लिए मुश्किल पैदा करती है. बताते चलें कि एनएच 110 पर कुर्था, शकुराबाद, किंजर, इमामगंज, अरवल, करपी, तेलपा सहित अन्य जगहों के लोगों का प्रत्येक दिन आना-जाना लगा रहता है. ऐसे में जहरीली धुआं आम लोगों के श्वास के माध्यम से प्रवेश कर उन्हें प्रभावित करती है.