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सदर अस्पताल में नहीं हो रहा सिजेरियन ऑपरेशन

मरीज की मौत होने पर चिकित्सक को ठहराया दोषी, आक्रोश जहानाबाद नगर : सदर अस्पताल में विगत 20 जुलाई से सिजेरियन ऑपरेशन के साथ ही अन्य ऑपरेशन भी बंद है. इसका मुख्य कारण यह है कि चिकित्सक ऑपरेशन करने से हिचक रहे हैं. वहीं ऑपरेशन नहीं होने से मरीजों की परेशानी बढ़ी हुई है. उन्हें […]

मरीज की मौत होने पर चिकित्सक को ठहराया दोषी, आक्रोश

जहानाबाद नगर : सदर अस्पताल में विगत 20 जुलाई से सिजेरियन ऑपरेशन के साथ ही अन्य ऑपरेशन भी बंद है. इसका मुख्य कारण यह है कि चिकित्सक ऑपरेशन करने से हिचक रहे हैं. वहीं ऑपरेशन नहीं होने से मरीजों की परेशानी बढ़ी हुई है. उन्हें ऑपरेशन कराने के लिए निजी क्लिनिकों का सहारा लेना पड़ रहा है जहां मोटी रकम उनसे वसूली जा रही है. सदर अस्पताल में सिजेरियन ऑपरेशन के साथ ही हॉर्निया, हाइड्रोसील के अलावा अन्य तरह का ऑपरेशन भी होता था ,
लेकिन 19 जुलाई को एक सिजेरियन ऑपरेशन के उपरांत सही तरीके से मरीज की देखभाल नहीं होने के कारण मौत हो गयी थी. इस घटना के बाद मरीज के परिजनों द्वारा जमकर हंगामा किया गया था इसके लिए ऑपरेशन करने वाले चिकित्सकों को ही जिम्मेवार ठहराया गया था. परिजनों के हंगामे के बाद अस्पताल प्रशासन द्वारा मामले की जांच करायी गयी थी, जिसमें भी चिकित्सक को ही दोषी ठहराते हुए उन पर कार्रवाई की गयी थी, जबकि ऑपरेशन करने वाले चिकित्सक का कहना था कि ऑपरेशन के उपरांत मरीज को सही सलामत वार्ड में शिफ्ट करा दिया गया था. वार्ड में समुचित तरीके से देखभाल नहीं होने के कारण मरीज की मौत हुई थी. इसके लिए ऑपरेशन करने वाले चिकित्सक कहां जिम्मेवार हैं. चिकित्सक की मानें तो ऑपरेशन के उपरांत मरीजों को जब वार्ड में शिफ्ट कराया जाता है तो वहां उनकी देखभाल सही तरीके से नहीं हो पाती है. वार्ड के स्टाफ मरीज पर सही तरीके से ध्यान नहीं दे पाते हैं. उनका भरपूर सहयोग नहीं मिलता है, जिसके कारण मरीज की मौत होती है. ऐसे में चिकित्सकों को जिम्मेवार ठहराया जाना कहां से उचित है. इस घटना के उपरांत से ही चिकित्सक ऑपरेशन करने से कतरा रहे हैं. उनका कहना है कि एक तो वे रिस्क लेकर कम संसाधनों में भी मरीज का ऑपरेशन करते हैं ऊपर से उन्हें ही दोषी ठहरा दिया जाता है. ऐसे में वह ऑपरेशन कैसे कर पाएंगे.
ऑपरेशन के लिए निजी क्लिनिक का लेना पड़ रहा है सहारा: सदर अस्पताल में 20 जुलाई से सिजेरियन ऑपरेशन बंद हो जाने के बाद से मरीजों की परेशानी बढ़ी हुई है. विशेषकर गरीब व कमजोर मरीज की परेशानी बढ़ गयी है. उन्हें ऑपरेशन के लिए निजी क्लिनिकों का सहारा लेना पड़ रहा है जहां उनसे मोटी रकम वसूली जा रही है. ऐसे में गरीब व लाचार मरीज अस्पताल प्रशासन से गुहार लगाते फिर रहे हैं कि कब ऑपरेशन शुरू होगा.
हालांकि अस्पताल में बंध्याकरण ऑपरेशन कराया जा रहा है, लेकिन अन्य ऑपरेशन नहीं होने से जरूरतमंद मरीजों की परेशानी बढ़ गयी है. ऐसे में जिन मरीजों को ऑपरेशन की आवश्यकता होती है वह निजी क्लिनिकों का चक्कर लगाते फिर रहे हैं. जहां ऑपरेशन के नाम पर उनसे मोटी रकम वसूला जा रहा है.
बोले सिविल सर्जन
ऑपरेशन करने से चिकित्सक घबरा रहे हैं, लेकिन उन्हें निर्देश दिया गया है कि सावधानी से ऑपरेशन किया जाये. अस्पताल में शीघ्र ही ऑपरेशन आरंभ हो जायेगा.
डाॅ विजय कुमार

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