जमुई : नगर थाना क्षेत्र के नया टोला बिहारी निवासी डा विशाल आनंद ने थाना में आवेदन देकर रघुनाथ शाह और उनके परिजनों द्वारा क्लीनिक में तोड़फोड़ करने और मारपीट करने का आरोप लगाया है. आवेदन में विशाल आनंद ने कहा है कि मैं जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय भागलपुर में हड्डी रोग विभाग में सीनियर रेसीडेंट के पद पर कार्यरत हूं और 14 जनवरी को छुट्टी लेकर भागलपुर से अपने घर आया था.
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डॉक्टर ने क्लिनिक में तोड़फोड़ व मारपीट करने का दिया आवेदन
जमुई : नगर थाना क्षेत्र के नया टोला बिहारी निवासी डा विशाल आनंद ने थाना में आवेदन देकर रघुनाथ शाह और उनके परिजनों द्वारा क्लीनिक में तोड़फोड़ करने और मारपीट करने का आरोप लगाया है. आवेदन में विशाल आनंद ने कहा है कि मैं जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय भागलपुर में हड्डी रोग विभाग में सीनियर […]
14 जनवरी को संध्या 4 बजे के करीब मेरे पिता डॉ अरुण सिंह के क्लीनिक में रघुनाथ शाह अपने पुत्र कुंदन कुमार को जख्मी हालत में लेकर आया. उसका बाया हाथ का हड्डी टूटा हुआ था. इस दौरान जानकारी देते हुए रघुनाथ शाह ने बताया कि कुंदन का 9 जनवरी को एक्सीडेंट होने के कारण हाथ टूट गया था.
जिसका प्राथमिक विचार जिस का प्राथमिक उपचार सदर अस्पताल में करवाया हूं. एक्सरे में उसका बायां हाथ का हड्डी टूटी होने के बाद मैंने बताया और बाहर जाकर ऑपरेशन कराने की बात कही. जिस पर रघुनाथ शाह ने अपने पुत्र के हाथ की हड्डी का ऑपरेशन करने का अनुरोध मुझसे किया. मैंने 15 जनवरी को उसका सफलतापूर्वक ऑपरेशन किया और कुछ देर के लिए रिकवरी रूम में रखा.
15 जनवरी को शाम में 5 बजे के बाद रिकवरी में अचानक उसकी तबियत बिगड़ने लगी और मैं रघुनाथ शाह को कुछ आवश्यक दवाई लाने का निर्देश देते हुए पुनः उसके पुत्र के कमरे में चला गया. इसके पश्चात रघुनाथ साह आया और रिकवरी रूम में घुसकर हंगामा करने लगे. जिसके कारण उसका इलाज बाधित हो गया और कुंदन कुमार की मौत हो गई.
कुंदन कुमार की मौत होने के पश्चात काफी संख्या में लोग मेरे पिताजी के क्लीनिक में घुस गए और तोड़फोड़ करने लगे.लोगों ने मेरे और मेरे पिताजी के साथ बेरहमी से मारपीट किया. क्लीनिक एवं उसके बाहर खड़ी कार में भी आग लगा दिया. समस्त घटना का फुटेज सीसीटीवी में कैद है. उन्होंने थानाध्यक्ष से दोषी व्यक्तियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने का मांग किया है.
कहते हैं एसडीपीओ
इस बाबत पूछे जाने एसडीपीओ रामपुकार सिंह ने कहा कि उक्त घटना को लेकर मृतक कंदन के भाई के द्वारा प्रथामिकी दर्ज कराया गया है. जबकि डा विशाल आनंद के द्वारा भी थाना में आवेदन दिया गया है. पुलिस घटना को लेकर गंभीरता से छानबीन कर रही है.
मृतक कुंदन के परिजनों ने करायी प्राथमिकी दर्ज
जमुई. बीते बुधवार को डा. अरूण कुमार सिंह के निजी क्लिनिक में हुए कुंदन की मौत को लेकर उसका भाई सज्जन साव ने थाना में प्राथमिकी दर्ज कराया है.
जिसमें सज्जन साव ने बताया कि 15 जनवरी दोपहर 2 बजे के आसपास मैं अपने भाई कुंदन कुमार को ड़ा. अरुण सिंह के क्लीनिक में इलाज कराने को लेकर गया था. मेरे भाई का हाथ टूट गया था, जब क्लीनिक पर गया तो डा. अरुण कुमार सिंह ने कहा कि पहले 50 हजार रुपया जमा करो, तब हाथ लगाएंगे. हम लोगों ने कहा कि काम शुरू कीजिए जो पैसा होगा दे देंगे.
इसके पश्चात डा. अरुण कुमार और उनका पुत्र डा. विशाल आनंद ने कहा कि पैसा जमा करो, क्योंकि तुम्हारा जाति का लोग काम कराने के बाद पैसा नहीं देता है. इस दौरान डा. अरुण सिंह नशा की हालत में थे. दोनों बाप-बेटा ने बोला कि मार दो साला साव को. इसके पश्चात मेरे भाई को ऑपरेशन थिएटर से निकालकर बोला कि मर गया है ले जाओ.
हमलोगों को विश्वास नहीं हुआ कि मेरे भाई की मौत हो गई है. हमलोगों ने जाकर देखा तो उसका सांस चलना बंद हो गया था. डा. अरूण कुमार सिंह और उनके पुत्र ने जानबूझकर मेरे भाई को मार दिया है. इसलिए श्रीमान से प्रार्थना है कि उचित कानूनी कार्रवाई कर न्याय दिलाया जाये.
मृतक के परिजनों को मिले 25 लाख मुआवजा:
चेंबर ऑफ कॉमर्स के सदस्यों की बैठक डा सुनील केसरी की अध्यक्षता में हुई. जानकारी देते हुए चेंबर के अध्यक्ष डा सुनील केसरी ने बताया कि विगत 15 जनवरी को डॉ अरुण सिंह के क्लिनिक में इलाज के दौरान प्रतिष्ठित व्यवसायी रघुनाथ साव के पुत्र कुंदन कुमार उर्फ मणि की इलाज के दौरान मौत हो गयी थी. उन्होंने कहा कि उक्त युवक की मौत चिकित्सक की लापरवाही से हुई है.
उन्होंने जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार से मांग करते हुए कहा कि मृत युवक के परिजनों को 25 लाख रुपया मुआवजा एवं दोषी डॉक्टरों के विरुद्ध उचित कार्रवाई किया जाये. इस दौरान सदर प्रखंड विकास पदाधिकारी पुरुषोत्तम त्रिवेदी ने सभी व्यवसायियों से 19 जनवरी को बनने वाले मानव श्रृंखला में अपनी अधिक से अधिक सहायता सुनिश्चित करने का अनुरोध किया.
मौके पर चेंबर ऑफ कॉमर्स के सचिव शंकर शाह, कोषाध्यक्ष चंद्रकांत भगत, पूर्व अध्यक्ष चंद्रदेव प्रसाद सिंह, महेंद्र प्रसाद वर्णवाल, पवन शाह, अंकित केसरी, अभिषेक आनंद, महेश प्रसाद वर्णवाल, मो अशरफ खान, अनुज कुमार भगत, मो गुड्डू, अरविंद कुमार, अजीत कुमार, सचिन भगत, सचिन कुमार, मीडिया प्रभारी नितेश कुमार केसरी समेत चेंबर के दर्जनों सदस्य मौजूद थे.
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