हाजीपुर. महुआ अनुमंडल के गोरौल, कटहरा व महुआ थाना का सोमवार को महुआ एसडीओ व एसडीपीओ ने संयुक्त रूप से निरीक्षण किया. इस दौरान गोरौल में पदाधिकारियों ने फ्लैग मार्च भी किया. निरीक्षण के दौरान कानून-व्यवस्था की समग्र समीक्षा करते हुए एसडीओ किसलय कुशवाहा व एसडीपीओ दुर्गाशक्ति ने अधिकारियों ने स्पष्ट निर्देश दिया कि क्षेत्र में अपराध नियंत्रण, जनसुरक्षा और प्रशासनिक जवाबदेही को लेकर कोई समझौता नहीं किया जायेगा. किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी. इस दौरान थानों की साफ-सफाई, केसों के संधारण, मालखाने की व्यवस्था और रिकॉर्ड की स्थिति का निरीक्षण किया गया. थानाध्यक्षों को थाना परिसर को स्वच्छ और व्यवस्थित रखने को कहा गया. केस डायरी नियमित रूप से अपडेट रखने का निर्देश दिया गया, ताकि जांच प्रक्रिया में पारदर्शिता और तेजी बनी रहे. मालखाने में जब्त सामग्रियों का सुव्यवस्थित रखरखाव हो और उनकी सूची अपडेट रखने का निर्देश दिया गया. साथ ही क्षेत्र में सक्रिय दलालों और असामाजिक तत्वों पर चुन-चुनकर कार्रवाई करने की बात कही. कहा कि जो भी व्यक्ति अपराधियों और प्रशासन के बीच बिचौलिये की भूमिका निभा रहे हैं, उनके विरुद्ध कठोर कानूनी कार्रवाई की जायेगी. थानाध्यक्षों को ऐसे तत्वों की सूची तैयार कर कार्रवाई प्रारंभ करने का निर्देश दिया गया. गुंडा पंजी का रखरखाव बेहतर तरीके से करने को कहा गया. आगामी त्योहारों को लेकर विशेष सतर्कता चैती छठ और रामनवमी जैसे आगामी पर्वों को लेकर प्रशासन विशेष सतर्कता बरत रहा है. इन पर्वों के दौरान बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ एकत्र होती है, जिससे शांति और सौहार्द बनाए रखना प्रशासन की प्रमुख जिम्मेदारी है। इस संदर्भ में निर्देश दिया गया कि डीजे के प्रयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लागू किया जाये. साथ ही, सार्वजनिक स्थानों पर अश्लील गानों के प्रसारण को सख्ती से रोक लगाने को कहा गया. शांति समिति की बैठक में दोनों समुदायों के प्रतिष्ठित व्यक्तियों को आमंत्रित करने को कहा गया, ताकि परस्पर संवाद के माध्यम से किसी भी प्रकार की भ्रांति और अफवाह को फैलने से पहले ही रोका जा सके. अधिकारियों ने कहा कि कानून-व्यवस्था को केवल बल प्रयोग से नहीं, बल्कि संवाद और समन्वय से भी सुदृढ़ किया जा सकता है. बीट प्रणाली को अधिक प्रभावी बनाने पर जोर बीट प्रणाली को और प्रभावी बनाने की आवश्यकता पर बल देते हुए अधिकारियों ने कहा कि प्रत्येक बीट प्रभारी को अपने क्षेत्र में नियमित भ्रमण करना चाहिए. वे स्थानीय लोगों, दुकानदारों, स्कूल-कॉलेजों के शिक्षकों, समाजसेवियों आदि से संवाद बनाए रखें और उनकी समस्याओं को प्राथमिकता पर थाना तक पहुंचाएं. बीट स्तर पर सूचनाओं की गति जितनी तेज होगी, पुलिस उतनी ही प्रभावी कार्रवाई कर सकेगी. चौकीदारों की भूमिका को और अधिक सक्रिय करने का निर्देश दिया गया. इसके अलावा, चौकीदारों को पंचायत सचिव, विकास मित्र, आंगनबाड़ी सेविका और अन्य स्थानीय कार्मिकों के साथ मिलकर टीम भावना से काम करने को कहा गया.
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