हाजीपुर. वैशाली पुलिस ने साइबर अपराधियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए 15 से अधिक मामलों में वांछित एक साइबर फ्रॉड को गिरफ्तार किया है. उसके पास से एक मोबाइल भी बरामद किया गया है. आरोपी बीते पांच सालों से सक्रिय था और अब तक 12 से 15 लाख रुपये की ठगी कर चुका है. पकड़ा गया साइबर फ्रॉड मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर और वैशाली जिले में कई व्यापारियों और आम लोगों को ठगी का शिकार बनाया था. पकड़ा गया साइबर फ्रॉड महुआ थाना क्षेत्र के कन्हौली विशनपरसी निवासी सुखारी सिंह का पुत्र रंजीत कुमार बताया गया है. पुलिस ने उसके पास से एक मोबाइल बरामद किया है. साइबर फ्रॉड को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है. पुलिस के अनुसार, 9 अप्रैल 2025 को बिदुपुर थाना क्षेत्र के हरपुर गोपाल निवासी नितेश राज ने साइबर थाना में शिकायत दर्ज करायी थी. उसने आरोप लगाया था कि एक अनजान नंबर से कॉल करने वाले खुद को मुखिया बताया गया और कहा कि उसके पिता अस्पताल में भर्ती हैं, जिसके लिए 85,000 रुपये की जरूरत है. भरोसा दिलाने के लिए आरोपी ने कहा कि वह नकद राशि घर भेज रहा है और आवेदक से ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर करने को कहा. शिकायतकर्ता ने बिना पुष्टि किए राशि भेज दी, लेकिन बाद में पता चला कि उसके साथ ठगी हुई है. शिकायत के आधार पर साइबर थाना में प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच शुरू की गयी. जांच के दौरान महुआ थाना क्षेत्र के कन्हौली विशनपरसी निवासी सुखारी सिंह के पुत्र रंजीत कुमार को गिरफ्तार किया गया. पूछताछ में आरोपी ने कबूल किया कि वह वर्ष 2020 से साइबर ठगी में सक्रिय है और अब तक 12 से 15 लाख रुपये की धोखाधड़ी कर चुका है. आरोपी ने स्वीकार किया कि उसने वैशाली, मुजफ्फरपुर और समस्तीपुर जिलों में कई दुकानदारों, ईंट-भट्ठा मालिकों, सीमेंट और गिट्टी विक्रेताओं को निशाना बनाया. इसके अलावा, नगर थाना क्षेत्र में एक शादी कार्ड से लड़की पक्ष का नंबर निकालकर लड़का पक्ष के नाम पर पैसे ठगे. आरोपी ने 10 हजार रुपये से लेकर 90 हजार रुपये तक की ठगी 18-20 बार की थी.
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