उचकागांव. स्थानीय थाना क्षेत्र के लुहसी नवका टोला गांव में बिजली करेंट की चपेट में आने से मौत के दूसरे दिन भी गम का माहौल कायम रहा.
मृतक शेख नसरुद्दीन के परिजन शुक्रवार से उनके बेटों का इंतजार कर रहे थे. खाड़ी देश से लौटे तीनों बेटे अमजद अली, इरफान अली और अफजल अली शनिवार की दोपहर बाद जैसे ही घर पहुंचे, कोहराम मच गया. पत्नी असमा खातून और बहुएं दहाड़ें मारकर रोने लगीं. परिजनों की चीख-पुकार सुनकर आसपास के लोग भी वहां उमड़ पड़े. इससे माहौल और भी गमगीन हो गया. शाम होते-होते हजारों नम आंखों के बीच शेख नसरुद्दीन का जनाजा उठाया गया और उन्हें सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया. पारिवारिक सूत्रों के अनुसार धार्मिक मान्यताओं के कारण उनका पोस्टमार्टम नहीं कराया गया.लुहसी हादसे को याद कर कांप जा रहे लोग
लुहसी में करेंट से मौत की घटना याद आते ही लोग कांप जा रहे हैं. गौरतलब है कि शुक्रवार को गांव में एक मकान की ढलाई के दौरान बड़ा हादसा हो गया था. मिक्सचर मशीन पास से गुजर रही बिजली लाइन की चपेट में आ गयी, जिससे करेंट प्रवाहित हो गया. हादसे में त्रिलोकपुर गांव निवासी ठेकेदार बलिराम सिंह, नीरज कुमार सिंह और लुहसी नवका टोला निवासी शेख नसरुद्दीन की मौत हो गयी थी. वहीं, राजापुर दक्षिण टोला निवासी जितेंद्र सिंह गंभीर रूप से घायल हुए थे, जिनका इलाज चल रहा है. शुक्रवार की रात ही बलिराम सिंह और नीरज सिंह के शवों का अंतिम संस्कार कर दिया गया था. वहीं, शेख नसरुद्दीन का शव उनके बेटों के इंतजार में घर पर रखा रहा और शनिवार को धार्मिक रीति-रिवाज के अनुसार दफनाया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

