गोपालगंज. शहर के स्टेशन रोड में राजा दल की ओर से बनाये जा रहे पंडाल में दुर्गापूजा करने की अनुमति देने से एसडीओ ने इन्कार कर दिया.
एसडीओ अनिल कुमार व एसडीपीओ प्रांजल ने संयुक्त आदेश जारी कर पूजा की अनुमति देने से मना कर दिया. अधिकारियों ने माना कि राजा दल पंडाल के संयोजक द्वारा भीड़ प्रबंधन तथा अन्य मानक प्रक्रियाओं को ताक पर रखते हुए बिना अनुज्ञप्ति, आदेश प्राप्त किये पंडाल का निर्माण कार्य कराया जा रहा है, जिससे अप्रिय घटना होने की पूर्ण संभावना है. ऐसी स्थिति में दशहरा पर्व पर राजा दल, हरखुआ, स्टेशन रोड, गोपालगंज को पंडाल बनाने की अनुमति देना उचित प्रतीत नहीं होता है. इससे पूजा समिति के सदस्यों से लेकर लोगों में भी मायूसी छा गयी. शनिवार को पूजा समिति के मोहन गुप्ता, जिला परिषद अध्यक्ष सुबास सिंह ने डीएम पवन कुमार सिन्हा से मिलकर स्थिति से अवगत कराया. डीएम ने इसे गंभीरता से लेते हुए तत्काल एसडीओ अनिल कुमार व ओएसडी प्रशांत अभिषेक को बुलाकर मंथन करने के साथ ही पूजा कराने की अनुमति सशर्त दी. डीएम ने कहा कि पूजा में एहतियात बरतना जरूरी है. पूजा समिति एक सौ वॉलंटियर्स रखेंगे. एसडीओ के स्तर पर रूट चार्ज बनाकर पूजा कराने की आदेश दिया. डीएम के आदेश से लोगों में उत्साह दिखने लगा.इस शर्त पर होगी राजा दल की पूजा
– पूजा समिति एक सौ वॉलंटियर्स को तैनात करेंगे- पूजा समिति बड़ा-बड़ा स्क्रीन लगायेगा, जिससे मूर्ति का दर्शन हो सके– इंट्री प्वाइंट से लेकर पंडाल तक सीसीटीवी कैमरा लगाया जायेगा, जिसकी मॉनीटरिंग डीएम करेंगे- सप्तमी से दशमी तक शाम सात बजे से 12 बजे तक मूर्ति तक जाने पर रोक रहेगी
– वॉलंटियर्स को ड्रेस व विसिल देने का आदेश- पंडालों में प्रसाद वितरण पर रोकजांच टीम ने किया था अयोग्य
कार्यपालक अभियंता, भवन निर्माण प्रखंड द्वारा अपने कार्यालय पत्रांक-1647, दिनांक 16 सितंबर के माध्यम से स्पष्ट किया गया है कि संयोजकों द्वारा जिस स्थान पर राजा दल पंडाल का निर्माण कराया जा रहा है, वह इतनी बड़ी भीड़ के लिए किसी भी मापदंड से उचित प्रतीत नहीं होता है. कमजोर लकड़ी के फ्रेम का प्रयोग बताया जा रहा है एवं पंडाल मटेरियल भी काफी कमजोर है, जिससे इस पंडाल का विशालकाय ढांचा सुरक्षित नहीं है. आपात स्थिति के लिए कोई अतिरिक्त रास्ता चिह्नित नहीं किया गया है तथा जांच के दौरान पाया गया कि आपात स्थिति से निबटने के लिए राजा दल पंडाल के पास कोई अतिरिक्त रास्ता चिह्नित करने की गुंजाइश भी नहीं है. पंडाल में घुसकर श्रद्धालुओं के दर्शन करने के लिए महज 15 फुट चौड़ा एक प्रवेश एवं एक निकास द्वार बनाया गया है, जो कि किसी भी मापदंड से इतने कम समय में इतनी बड़ी भीड़ को नियंत्रित कर पाना संभव नहीं है.उत्तर प्रदेश का सबसे भव्य बनता है पंडाल
राजा दल पंडाल काफी भव्य बनाया जाता है तथा इसका प्रचार-प्रसार पूरे बिहार राज्य के साथ सीमावर्ती राज्यों में भी किया जाता है. दुर्गापूजा की सप्तमी, अष्टमी एवं नवमी के दिन अगल-बगल के जिलों एवं सीमावर्ती राज्य यूपी के लोग अपने निजी साधन, वाहन एवं ट्रेन से इस पंडाल को देखने के लिए काफी संख्या में आते हैं. उक्त दोनों दिन 07:00 बजे संध्या से रात्रि 11:00 बजे तक लगभग 05 लाख श्रद्धालु इस पंडाल को देखने के लिए पहुंचते हैं और राजा दल पंडाल में श्रद्धालु अंदर जाकर दर्शन करेंगे जो कि काफी संकीर्ण है, जिससे किसी भी अनहोनी से इन्कार नहीं किया जा सकता है.वर्ष 2023 में भगदड़ में दो बच्चों की हुई थी मौत
वर्ष 2023 के दुर्गापूजा में राजा दल पंडाल संयोजकों के गलत मैनेजमेंट एवं पंडाल के गलत कंस्ट्रक्शन के कारण 23 अक्तूबर 2023 को समय करीब 20:00 बजे नवमी को बहुत ही अप्रिय घटना हुई, जिसमें एक महिला और दो बच्चों की मौत हो गयी थी. इस संबंध में नगर थाना कांड-644/23 दर्ज किया गया था. प्रशासन की कड़ी मशक्कत और अथक प्रयास से घटना पर काबू पाया गया तथा एक बड़ी दुर्घटना होने से रोका गया. इस बचाव कार्य में कई पुलिसकर्मी एवं अन्य सरकारी सेवक भी जख्मी हुए थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

