गोपालगंज. सिस्टम ही नहीं, धनाढ्य भी गरीबों के गरीबों के हक पर डाका डाल रहे हैं. आयकर दाता भी खुद को गरीब की श्रेणी में रखकर फ्री का अनाज उठा रहे है.
धनाढ्य लोगों के अनाज लेने के कारण जरूरतमंद गरीबों का राशन कार्ड नहीं बन पा रहा. उनको ठोकरें खानी पड़ रहीं. प्रशासन की पहल पर आयकर विभाग ने सदर अनुमंडल में ऐसे 48 हजार ऐसे लोगों की सूची सौंपी है, जो आयकर दाता होने के साथ ही उनका नाम का राशन कार्ड है. आयकर विभाग के डाटा को गंभीरता से लेते हुए सदर एसडीओ अनिल कुमार ने आयकर देने वाले नाम के बने राशन कार्ड को तत्काल प्रभाव से रद्द करने का आदेश जारी किया है. सभी प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि वे राशन कार्ड को रद्द कराएं. अब इनका राशनकार्ड सितंबर माह में रद्द हो जायेगा. उनका राशन भी अगले माह से बंद हो जायेगा. ऐसे लोगों पर कार्रवाई की तैयारी की जा रही है.राशन कार्ड के फायदे को समझें
राशन कार्ड में आपके और आपके फैमिली मेंबर्स की फुल डिटेल्स रहती है, जैसे इसमें आपका नाम, एड्रेस और फैमिली मेंबर्स के बारे में डिटेल्स रहता है. इस राशन कार्ड के जरिये ही आप कई सरकारी स्कीम जैसे फ्री या सस्ते में राशन, गैस कनेक्शन और कई अन्य लाभ ले सकते हैं.अपात्र राशनकार्ड धारी करें सरेंडर : एसडीओ
सदर एसडीओ अनिल कुमार ने बताया कि आपूर्ति विभाग ने अपने उन राशन कार्ड धारकों को अपने राशन कार्ड जमा करने की चेतावनी दी है, जो अपात्रता की श्रेणी में आते हैं. वरना जांच के दौरान पकड़े जाने पर ऐसे अपात्र लोगों से लिये गये राशन की रिकवरी बाजार भाव से की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

