बरौली. पिछले दिनों अस्पताल की आशा कार्यकर्ताओं ने हड़ताल की थी और उनकी मांगें आंशिक रूप से बिहार सरकार ने मान ली थी, अब अस्पताल की ममता ने बिहार राज्य ममता कार्यकर्ता संघ के आह्वान पर हड़ताल का बिगुल फूंक दिया और शनिवार को एकदिवसीय हड़ताल पर रहीं तथा कामकाज को बाधित किया. ममता कार्यकर्ताओं ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ मनोरंजन भारती को अपनी 10 सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा. वहीं, संघ के निदेशानुसार तीन में एक ममता ड्यूटी पर रही. ममता कार्यकर्ताओं ने अस्पताल परिसर में अपनी मांगों के समर्थन में प्रदर्शन भी किया तथा प्रशासन को चेताया कि अभी तो शुरुआत है, अगर मांगें पूरी नहीं हुईं तो अनिश्चितकालीन हड़ताल भी करेंगी. ममता की 10 सूत्री मांगों में सरकारी सेवक घोषित किया जाना, जब तक ऐसी घोषणा, नहीं हो जाती तब तक 26 हजार रुपये न्यूनतम भुगतान किया जाना, मार्च 25 से लंबित प्रोत्साहन राशि का अविलंब भुगतान किया जाना, सेवानिवृत्ति के बाद 10 हजार पेंशन तथा सेवांत लाभ दिया जाना, प्रति प्रसव के प्रोत्साहन राशि के बदले 10 हजार महीना दिया जाना, पहचान के लिए यूनिफॉर्म, रिचार्ज के साथ सीम व मोबाइल दिया जाना, प्रसव के अलावा अन्य कोई कार्य नहीं करने देना तथा ऐसा आदेश करने वालों पर कानूनी कार्रवाई किया जाना, स्वास्थ्य संस्थान में उठने-बैठने के लिए एक कमरा दिया जाना, संस्थान द्वारा इएसआइ तथा आयुष्मान कार्ड की सुविधा का दिया जाना, कार्यावधि में मौत होने पर 10 लाख रुपया तथा आश्रितों को नौकरी दिया जाना आदि शामिल है. प्रदर्शन करने वाली ममता में विद्यावती कुमारी, संकेशी देवी, कुसुम देवी, गुड़िया देवी, कांति देवी, सविता देवी, बहुरी देवी, मुनरी देवी, उषा देवी, अनिता देवी, शारदा देवी तथा मुन्नी देवी आदि शामिल थीं.
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