फुलवरिया. श्रीपुर थाना क्षेत्र स्थित झरही नदी में एक दर्दनाक हादसे में दो लोगों की मौत हो गयी. यह हादसा उस वक्त हुआ, जब एक शादी समारोह से टेंट का सामान लेकर लौट रहा ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर नदी में पलट गया. हादसे में टेंट संचालक विद्या सागर सिंह (55) और उनके सहयोगी मुनेश्वर चौधरी (35) की मौके पर ही मौत हो गयी. घटना शनिवार की रात की बतायी जा रही है.
शादी समारोह से टेंट खोलकर लौटने के दौरान हुआ हादसा
परिजनों के अनुसार यह हादसा उस समय हुआ, जब कटेया थाना क्षेत्र के विशुनपुरा गांव में आयोजित एक शादी समारोह से टेंट खोलकर श्रीपुर के सोनगढ़वा गांव लौट रहे थे. जैसे ही ट्रैक्टर झरही नदी पर पहुंचा, अचानक संतुलन बिगड़ गया और ट्रैक्टर नदी में जा गिरा. घटना की सूचना मिलते ही श्रीपुर थानाध्यक्ष नेहा कुमारी पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचीं और स्थानीय लोगों की मदद से दोनों शवों को नदी से बाहर निकाला गया. इसके बाद शवों को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजा गया.
परिजनों में मचा
कोहराम
वहीं, इस हादसे की सूचना मिलते ही मृतकों के परिजनों में कोहराम मच गया. पूरे गांव में मातम पसर गया. हर किसी की आंखें नम थीं और माहौल गमगीन. एक साथ एक ही गांव से दो अर्थियों के उठने की खबर से लोग स्तब्ध रह गये. मृत विद्या सागर सिंह सोनगढ़वा गांव निवासी सत्यनारायण सिंह के पुत्र थे. उनके परिवार में पत्नी ज्योति देवी, दो पुत्र धर्मेंद्र सिंह और अखिलेश्वर सिंह तथा दो बेटियां अर्चना देवी और बेबी देवी हैं. घटना की जानकारी मिलते ही पत्नी और बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया.
दोनों साथ में करते थे काम
वहीं, दूसरे मृतक मुनेश्वर चौधरी भी सोनगढ़वा गांव के ही निवासी थे. वे राजीनंदन चौधरी के पुत्र थे. उनके परिवार में पत्नी माला देवी, दो पुत्र अरविंद कुमार और गोलू कुमार तथा तीन बेटियां मनीषा कुमारी, अंशु कुमारी और गुड़िया कुमारी हैं. हादसे के बाद से पूरा परिवार शोक में डूबा हुआ है. ग्रामीणों के अनुसार विद्या सागर सिंह कई वर्षों से टेंट व्यवसाय से जुड़े हुए थे और गांव के ही विभिन्न आयोजनों में टेंट की सेवा देते थे. मुनेश्वर चौधरी उनके नियमित कर्मी थे, जो हमेशा ट्रैक्टर पर टेंट का सामान लाने-ले जाने का काम करते थे.
निर्माणाधीन पुल के पास बनी है जानलेवा पुलिया
दोनों की अचानक हुई मौत ने ग्रामीणों को गहरे शोक में डुबो दिया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि झरही नदी पर बन रही पुल के बगल से एक गुजरने वाली पुलिया बनायी गयी है, जिसकी चौड़ाई कम है. यदि वैकल्पिक रास्ता बनाया गया है, तो उसका निर्माण कार्य सही ढंग और बेहतर तरीके से चौड़ा करना चाहिए था. ग्रामीणों ने प्रशासन से घटना की उच्चस्तरीय जांच कराने और पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने की मांग की है. पुलिस ने हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी है और परिजन तथा अन्य जिम्मेदार लोगों से पूछताछ की जा रही है.
जिला प्रशासन करेगा पुल निर्माण कार्य की समीक्षा
वहीं प्रशासन ने भी मामले को गंभीरता से लेते हुए संबंधित विभाग को पुलिया की स्थिति की समीक्षा करने का निर्देश दिया है. गांव में अब भी शोक की लहर व्याप्त है. हर ओर सन्नाटा पसरा हुआ है. लोगों का कहना है कि विद्या सागर और मुनेश्वर दोनों ही मेहनती और मिलनसार स्वभाव के थे. उनकी मौत से न सिर्फ उनके परिवार, बल्कि पूरा गांव शोक में है. वहीं घटना की जानकारी मिलते ही राजद नेता व पूर्व मुखिया भरत यादव, मुखिया प्रतिनिधि रामचंद्र राम व समाजसेवी मुन्ना सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधि मौके पहुंचे और पीड़ित परिवार को सांत्वना दी.
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