विजयीपुर. यूपी के बलुआ-अफगान भटनी रोड पर दर्शन चौराहे के पास एक सड़क हादसे में दो युवकों की मौत हो गयी, जबकि एक गंभीर रूप से घायल हो गया. हादसा गुरुवार की शाम उस समय हुआ, जब तीनाें युवक एक बाइक पर सवार होकर शादी का निमंत्रण पत्र बांटने रिश्तेदारी में जा रहे थे.
बस में घुस गयी थी बाइक
इस दौरान यूपी के दर्शन चौराहे पर उत्तर प्रदेश की एक सरकारी बस से उनकी बाइक की जबरदस्त टक्कर हो गयी, इससे बाइक बस में जा घुसी. इस हादसे में दो युवकों की मौत हो गयी. वहीं, एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया. मृतकों की पहचान विजयीपुर गांव के हरेंद्र राम के पुत्र राजेश राम उर्फ नेऊर और यूपी के देवरिया जिले के खोरीबारी रामपुर गांव निवासी प्रभु राम (जो घायल युवक के बड़े भाई के साले थे) के रूप में हुई है. हादसे में घायल हरेराम राम के पुत्र विकास राम को देवरिया सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है. विकास का एक हाथ और एक पैर टूट गया है तथा सिर में भी गंभीर चोटें आयी हैं.
शादी का कार्ड बांटने निकले थे सभी
हादसे के संबंध में बताया जाता है कि हरेराम राम की बेटी काजल की शादी 14 मई को होनी है. इसी शादी का निमंत्रण कार्ड बांटने के लिए गुरुवार की शाम विकास राम अपने चचेरे भाई राजेश राम व अपने बड़े भाई के साला प्रभु राम के साथ बलुआ अफगान भटनी रोड से रिश्तेदारी में जा रहा था. इस दौरान बलुआ अफगान भटनी रोड के बीच दर्शन चौराहे के पास उत्तर प्रदेश के एक सरकारी बस से उनकी बाइक में जोरदार टक्कर हो गयी. जिसमें राजेश राम और प्रभु राम की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. जबकि निमंत्रण कार्ड लेकर बाइक पर पीछे बैठा काजल का भाई विकास सड़क के किनारे गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया. हादसे की सूचना पाकर भटनी पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए देवरिया सदर अस्पताल भेज दिया. जबकि घायल को देवरिया में इलाज के लिए भेज दिया. समाचार प्रेषण तक दोनों मृतकों के शवों का अभी पोस्टमार्टम नहीं हुआ है. देर शाम तक शवों के घर पहुंचने की उम्मीद है.मनहूस खबर मिलते ही खुशियों के आंगन में छाया मातम
जैसे ही यूपी के बलुआ-अफगान भटनी रोड पर दर्शन चौराहे के पास हुए हादसे की मनहूस खबर विजयीपुर में पहुंची, खुशियों के आंगन में मातम पसर गया. चीख-पुकार मच गयी. मृत राजेश की मौत से पत्नी पिंकी देवी समेत अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था. पिंकी देवी गोद में 6 महीने का दूधमुंहे बेटे को लेकर दहाड़ मार कर रो-रही थी. वह इस दौरान बार-बार बेहोश हो जाती थी. वहीं मां शांति देवी चीत्कार से आसपास के लोगों की भी आंखें नम हो गयी थीं. वे रोते-रोते कह रही थी कि पता नहीं कौन-सा मनहूस पल था कि शादी का कार्ड बांटने चला गया. उधर, पिता हरेंद्र राम अन्य परिजनों के साथ देवरिया सदर अस्पताल से बेटे का शव लेने गुरुवार की रात से ही वहीं थे. इधर, काजल के पिता हरेराम राम का कहना था कि हमें क्या पता था कि बेटी की शादी का कार्ड बांटने जा रहे भतीजे, रिश्तेदार प्रभु की इस तरह से मौत हो जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है