उचकागांव : प्रखंड मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ओपीडी में मरीज के पुर्जे पर चिकित्सक का नाम बदलने के विवाद में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी व डॉक्टर आपस में भिड़ गये. दोनों के बीच तनातनी से अस्पताल परिसर में अफरातफरी की स्थिति बन गयी. बताया जाता है कि बुधवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के ओपीडी के मरीजों की जांच के लिए डॉ अरविंद कुमार बैठे थे.
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प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी व डॉक्टर में तनातनी
उचकागांव : प्रखंड मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ओपीडी में मरीज के पुर्जे पर चिकित्सक का नाम बदलने के विवाद में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी व डॉक्टर आपस में भिड़ गये. दोनों के बीच तनातनी से अस्पताल परिसर में अफरातफरी की स्थिति बन गयी. बताया जाता है कि बुधवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के ओपीडी […]
इस दौरान पहले तो ऑनलाइन बनायी गयी पर्ची उनके नाम पर मिली. इसी दौरान बाद में पहुंचे प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ ओपी लाल ने कंप्यूटर ऑपरेटर से ओपीडी में डॉ कुमार के नाम से पर्ची निकालने की जगह उनके नाम से पर्ची निकालने का काम शुरू कर दिया. यह देख ओपीडी में बैठे चिकित्सक डॉ कुमार भड़क गये. उन्होंने डॉ ओपी लाल के नाम से कटी पर्ची पर इलाज करने का विरोध किया.
इसी बात को लेकर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी व डॉक्टर में तनातनी बढ़ गयी. सूचना मिलने पर मौके पर प्रखंड प्रमुख रामाशीष सिंह, बीडीओ संदीप सौरभ, सीओ रामवचन राम, थानाध्यक्ष किरण शंकर पहुंचे. इस दौरान चिकित्सक डॉ कुमार ने आरोप लगाया कि प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के नाम से कटे पुर्जे पर उनके द्वारा मरीजों का इलाज करने का विरोध करने पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा उन्हें लाठी से पीटने का प्रयास किया गया.
डॉ कुमार ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी पर अस्पताल में तानाशाही करते हुए रोस्टर से अलग हटकर चिकित्सक एवं कर्मियों से ड्यूटी कराने का भी आरोप लगाया. बहरहाल, बाद में प्रखंड प्रमुख व पदाधिकारियों के समझाने बुझाने के बाद मामला शांत हुआ. इधर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने अपने ऊपर लगाये गये आरोप को सिरे से खारिज कर दिया.
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