बैकुंठपुर (गोपालगंज) : गोपालगंज जिले के बैकुंठपुर थानाध्यक्ष और एएसआई को शराब की सौदेबाजी में गिरफ्तार किया गया है. एसपी राशिद जमां ने मंगलवार की देर रात कार्रवाई के बाद दोनों पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया.
एसपी की इस कार्रवाई से पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. एसपी ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विस्तार से घटना की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि बैकुंठपुर थाने में जब्त कर रखी गयी शराब को माफिया के हाथों बेचा गया.
इसकी सूचना मिलने पर छापेमारी की गयी. इस दौरान थानाध्यक्ष लक्ष्मी नारायण महतो, एएसआई सुधीर कुमार और शराब लेकर भागने वाला गाड़ी चालक सारण के मशरक थाना क्षेत्र के बनवल गांव के कन्हैया शर्मा को गिरफ्तार किया गया.
एसपी ने कहा कि मामले में पुलिस अधिकारियों के अलावा शराब माफिया द्वारिका सिंह समेत चार लोगों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज की गयी है. घटना को लेकर पूरे दिन हलचल रही. देर शाम तक गिरफ्तार पुलिस अधिकारियों को जेल भेजने की कार्रवाई चल रही थी. बिहार में शराबबंदी के बाद गोपालगंज में इस तरह की बड़ी कार्रवाई का यह पहला मामला सामने आया है.
इससे पहले सीवान में उत्पाद विभाग के अवर निरीक्षक पर भी शराब की सौदेबाजी का आरोप लगा है, उसके बाद से वह फरार चल रहा है.पांच लाख कैश बरामद होने की रही चर्चा बैकुंठपुर थाने में कार्रवाई के बाद पुलिस अधिकारियों के पास से करीब पांच लाख रुपये कैश बरामद होने की चर्चा हो रही थी. हालांकि बाद में रुपये मिलने की बात से एसपी ने इन्कार किया है.
यहां से होती है शराब की तस्करी
गोपालगंज में शराब की तस्करी उत्तर प्रदेश के अलावा हरियाणा, दिल्ली और पंजाब से होती है. शराब की तस्करी को रोकने के लिए यूपी-बिहार बॉर्डर पर उत्पाद पुलिस के अलावा बिहार पुलिस के जवान तैनात किये गये हैं. बावजूद इसके हर रोज शराब की तस्करी होती है.
जांच में जुटी ईओयू की टीम
आर्थिक अपराध इकाई की टीम गिरफ्तार थानाध्यक्ष व एएसआई की संपत्ति की जांच कर रही है. दोनों को बैकुंठपुर थाने से दूसरी जगह ले जाकर गोपनीय तरीके से पूछताछ देर शाम तक चलती रही.