गया. अखिल भारतीय विद्यालय परिषद ने विश्वविद्यालय के शिक्षकों व शिक्षकेतर कर्मचारियों का वेतन नियमित रूप से देने की मांग की है. प्रदेश सह मंत्री मंतोष सुमन ने कहा कि बिहार के विश्वविद्यालयों में शिक्षकों व शिक्षकेतर कर्मचारियों का वेतन चार महीनों से (नवंबर 2024 से) नहीं मिला है. तमाम वेतन मदों पर भी लगातार किसी न किसी कारण से कटौती हो रही है. इससे बिहार के विश्वविद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों को गंभीर आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है. वेतन न मिलने के कारण उनका पारिवारिक जीवन भी प्रभावित हो रहा है. सरकार को इस समस्या का संज्ञान लेना चाहिए. शिक्षकों और शिक्षकेतर कर्मचारियों में गहरा असंतोष है. एसएफडी प्रांत संयोजक सूरज सिंह ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से वेतन मदों पर नियमित भुगतान न होने के कारण सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन एक-दूसरे पर दोषारोपण कर रहे हैं. इसका खामियाजा शिक्षकों और कर्मचारियों को भुगतना पड़ रहा है.
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