इमामगंज. इमामगंज विधानसभा क्षेत्र में 45 वें वर्ष में भी नक्सली अपने चहलकदमी व नये-नये कारनामों से जाने एवं माने जा रहे है. जानकार बताते हैं कि वर्ष 1980 में नक्सलियों ने अपना पांव जमा दिया था जो अबतक कायम है. हालांकि केंद्र एवं राज्य सरकार के सुरक्षा नीति के कारण अब नक्सलियों के पैर उखड़ते हुए क्षेत्रवासी देख रहे हैं. आये दिन नक्सली अपने आधार वाले क्षेत्र में सुरक्षा बलों को टारगेट में लेने के उद्देश्य से पहाड़ व जंगल जाने वाले पगडंडियों गुफाओं व जवानों के बैठने वाले स्थानों पर आइइडी प्लांट करते हैं. हालांकि सुरक्षा बल भी नक्सलियों के मंसूबों को भांपते हुए एक-एक कदम फूंक-फूंक कर रखते हैं. यहीं कारण है कि नक्सलियों के मंसूबों को लगातार सुरक्षा बल नाकाम कर रहे हैं. उसके बावजूद नक्सली अपनी गतिविधियों में लगे रहते हैं. हालांकि, टेक्निकल युग के बीच नक्सली कहीं टीक नहीं पा रहे हैं. सुरक्षा उपकरणों से लैस जवान सर्च आपरेशन के दौरान नक्सलियों के द्वारा छिपाकर रखे आइइडी को बरामद कर जंगल में ही विस्फोट कर निष्क्रिय कर दे रहे हैं. इन घटनाओं को देखने के बाद ऐसा प्रतीत होता है कि नक्सली की चहलकदमी अभी भी जंगली क्षेत्र में बरकरार है या पूर्व में नक्सलियों ने प्लांट कर छोड़ दिया था. जिसे अब सुरक्षा बलों के द्वारा बरामद किया जा रहा है. लेकिन आये दिन नक्सलियों को नेतृत्व करने वाले नेता की मृत्यु एवं हत्या होने से नेतृत्व में थोड़ी कमी आयी है. जिसके कारण नक्सली किसी भी घटना को अंजाम देने में असफल साबित हो रहे हैं. जानकार यह भी बताते हैं कि नक्सली के कमजोर होने से आपराधिक घटनाओं में तेजी देखी जा रही है.
पिछले कुछ दिनों में हुईं आइइडी मिलने की घटनाएं
28 फरवरी : मैगरा से बरहा जानेवाले मुख्य मार्ग पर करम स्थान पर 15 किलोग्राम का आइइडी सुरक्षा बलों ने बरामद किया था.
सात जनवरी : पन्नवां टांड़ एवं लंगूराही जंगल के बीच बंकर से भारी मात्रा में सुरक्षा बलों ने विस्फोटक बरामद किया था.28 दिसंबर 2024 : करिवा पहाड़ पर नक्सलियों के द्वारा छुपाकर रखे गए 414 गोली को सुरक्षा बलों ने बरामद किया था.
16 दिसंबर 2024 : पन्नावा टांड़ जंगल से दो बोरा में छिपा कर रखे विस्फोटक को सुरक्षा बलों ने बरामद किया था.11 दिसंबर 2024 : लंगूराही एवं पचरुखिया के जंगल से दो प्रेशर आइइडी बरामद किया था.
तीन अक्टूबर 2024 : पचरुखिया व लंगूराही से भारी मात्रा में डेटोनेटर बरामद किया था.30 सितंबर 2024 : पचरुखिया जंगल से 10 किलोग्राम का आइइडी बरामद किया था.
6 जुलाई 2024 : सर्च ऑपरेशन के दौरान पचरुखिया से तीन आइइडी बरामद किया गया था.10 मई 2024 : शिकारी कुआं से दो व लंगूराही से दो कुल चार आइइडी बरामद किया गया था.
29 मार्च 2024 : छकरबंधा इलाके से छह आइइडी बरामद किया गया था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है