गुरुआ. बरमा पंचायत के विशुनपुर गांव में नहर के किनारे मनरेगा योजना के तहत लगाये गये पेड़ों को लोगों ने नष्ट कर दिया है. स्थानीय ग्रामीणों और प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, पेमा आहर की खुदाई के दौरान मशीन से कुछ पेड़ क्षतिग्रस्त हो गये थे. इसके बाद सोमवार की रात बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने कुल्हाड़ी से पेड़ों की कटाई कर दी. स्थानीय युवक सुनील कुमार ने बताया कि मंगलवार की भी सुबह से ही पेड़ों की कटाई जारी थी. नसेर गांव के लोगों ने इसका विरोध किया. लेकिन, कोई प्रभाव नहीं पड़ा. तब जाकर स्थानीय प्रशासन को सूचना दी गयी. ग्रामीणों की सूचना पर अंचलाधिकारी मो अतहर जमील उक्त स्थल पर पहुंचे व एक महिला से कटे हुए पेड़ के टुकड़े जब्त किये. इधर, सीओ को देखकर पेड़ काट रहे कई लोग भाग गये. सारे लोग आसपास के गांव के बताये जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि वर्ष 2016-17 में मनरेगा योजना के अंतर्गत नहर के दोनों किनारों पर हजारों पेड़ लगाये गये थे. हालांकि, देखभाल के अभाव में कुछ पेड़ सूख गये या लोगों ने काट दिये. अब केवल गिने-चुने पेड़ ही बचे हैं. जिनकी ऊंचाई लगभग 20 से 30 फीट तक थी. इस घटना से पर्यावरण प्रेमियों और स्थानीय ग्रामीणों में रोष है और वे दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
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