गया. नगर निगम क्षेत्र में अतिक्रमण कर बेखौफ दुकान चलाना आम बात हो गयी है. शहर के रमना रोड में स्थिति बहुत ही खराब दिखती है. अतिक्रमण के चलते हर दिन लोगों को दिक्कत होती है. इसके बाद किसी ओर से इसमें सुधार के लिए पहल नहीं की गयी है. रमना रोड में लोहापट्टी के साथ अन्य कई तरह की दुकानें हैं. यहां स्थायी दुकानें अगर पांच फुट की हैं, तो नाले के ढक्कन पर कब्जा यहां दुकानदार अधिकारी मानते हैं इसके अलावा पांच-छह फुट रोड तक सामान हर दिन रखा जाता है. इसके बाद पार्किंग कर सड़क को और संकीर्ण कर दिया जाता है. रोड की चौड़ाई देखी जाये, तो 25 फुट है. लेकिन, अतिक्रमण के चलते चौड़ाई 10-12 फुट से भी कम रह गयी है. दो गाड़ियों के एक साथ गुजरने की बात दूर यहां एक गाड़ी का भी गुजरना मुश्किल होता है.
नगर निगम से नहीं होती है कार्रवाई
नगर निगम में अतिक्रमण पर फाइन करने के लिए तीन अलग-अलग टीमें बनायी गयी हैं. इसके बाद भी शहर में अतिक्रमण पर लगाम नहीं लग पा रही है. तीनों टीम में 10-10 सहयोगी के साथ एक-एक टैक्स कलेक्टर भी रहते हैं. बाजार का इलाका ही इस टीम की कार्रवाई से अब तक अछूता ही दिखता है. कार्रवाई होती, तो लोग थोड़ा भी अपने आप में सुधार लाते.क्या कहते हैं निगम के अधिकारी
सिटी मैनेजर आसिफ सेराज ने बताया कि नगर निगम की ओर से जिला से पुलिस मिलने के बाद अतिक्रमण के खिलाफ अभियान चलाया जाता है. समय-समय पर इस अभियान को विभिन्न रोड में चलाकर अतिक्रमण को साफ किया जाता है. इसके साथ ही जुर्माना भी वसूला जाता है. उन्होंने कहा कि लोगों को खुद ही ऐसा कोई काम नहीं करना चाहिए कि उसमें निगम को कार्रवाई करनी पड़े.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है