गया: गया शहर में आपराधिक घटनाओं पर अंकुश लगाने और संकीर्ण गलियों में छापेमारी करने के लिए कोतवाली थाने की पुलिस को आठ हाइ स्पीड मोटरसाइकिलें उपलब्ध करायी गयी हैं.
पुलिस की योजना है कि सादे लिबास में सब इंस्पेक्टर रैंक के पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व में चुनिंदा सिपाहियों द्वारा हाइ स्पीड मोटरसाइकिलों से शहर के पॉश व व्यावसायिक इलाकों में पैट्रोलिंग एवं संकीर्ण गलियों में स्थित अपराधियों के ठिकानों पर छापेमारी करायी जाये. साथ ही, इन मोटरसाइकिल सवार पुलिस पदाधिकारी के पास वायरलेस सेट भी होगा, ताकि किसी भी विपरीत परिस्थिति में वरीय अधिकारियों व आसपास के थानों से तुरंत सहयोग मांगा जा सके.
लगातार हो रही घटनाओं के मद्देनजर उठाया गया कदम : गया शहर में मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी का निजी आवास है. पुलिस पदाधिकारियों पर जिले समेत गया शहर में आपराधिक घटनाओं पर पूरी तरह अंकुश लगाने की जिम्मेवारी बढ़ गयी है. हाल के दिनों में रंगदारों के आतंक से शहर के व्यवसायियों का जीना मुहाल हो गया है. रंगदारी नहीं देने पर कारोबारियों को सरेआम गोली मार दी जा रही है. शुक्रवार की रात रंजीत वेयरिंग नामक दुकान के प्रोपराइटर भरत प्रसाद को रंगदारों ने दुकान बंद करते समय गोली मार दी. इसके पहले 22 मई को विकास कुमार उर्फ विक्की नामक एक शातिर रंगदार ने टिकारी रोड के हार्डवेयर व्यवसायी विकास कुमार (गुरुआ बाजार के रहनेवाले जनार्दन प्रसाद का बेटा) पर फायरिंग कर जानलेवा हमला किया था. कोतवाली थाने की पुलिस द्वारा रंगदारों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं किये जाने के विरोध में टिकारी रोड के हार्डवेयर दुकानदारों ने शनिवार को अपनी-अपनी दुकानें बंद रखी थीं.
कहीं फिर न शुरू हो जाये वसूली अभियान !
बाइक सवार पुलिस (टास्क फोर्स) से शहर में पैट्रोलिंग कराना कोई नयी बात नहीं है. इसके पहले भी कई एसपी ने टास्क फोर्स के रूप में बाइकर्स पुलिस बलों की तैनाती की थी. लेकिन, चंद दिनों में ही इस टास्क फोर्स ने पूरे पुलिस विभाग को बदनाम कर दिया. रात के समय सादे लिबास में मोटरसाइकिल सवार पुलिसकर्मी सरेआम सड़कों पर वसूली करने लगे. शराब के नशे में सार्वजनिक स्थानों पर उत्पात मचाने लगे. शिकायत आने पर टास्क फोर्स को हटा दिया गया. अब एक बार फिर शहर में बाइक सवार पुलिस बलों की तैनाती की जा रही है. अगर इस पर अंकुश नहीं रखा गया, तो ये पुलिसवाले फिर से उत्पात मचाना शुरू कर देंगे.