गया : बेलागंज में गुरुवार को भारत बंद के दौरान हुए पथराव के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मोबाइल पर बंद की सूचना व आदमी बुलाने की जिम्मेदारी संभालने वाले एक नेता को गिरफ्तार कर लिया. सदर एसडीओ सूरज कुमार सिन्हा ने बताया कि आरोपित नेता ने बंद की सूचना व स्थिति के बारे में करीब 100 लोगों को व्हाट्सएप के माध्यम से बताया.
बेल्हड़िया मोड़ के पास पकड़ाये आरोपित के पास मिले मोबाइल फोन की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है. आरोपित गुरुवार की सुबह 4:30 बजे से ही मैसेज करने में जुटा था. बंद समर्थकों ने इस दौरान स्कूल बस को निशाना बनाया. इसमें संतोष कुमार नामक एक छात्र का सिर फट गया. उन्होंने बताया कि इस मामले में बेलागंज थाने में 40 लोगों को नामजद करते हुए 300 अज्ञात पर मामला दर्ज किया गया.
यह कहना है पुलिस पदाधिकारी का
एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि कुछ जगहों पर बंद समर्थकों ने सुबह से ही जाम लगा दिया था. पुलिस के समझाने पर जाम को हटा लिया. बेलागंज में बंद समर्थकों ने लंबा जाम लगा दिया था. पुलिस पदाधिकारी जब जाम समर्थकों को समझाने पहुंचे तो गाड़ियों में तोड़फोड़ व स्कूली बच्चों के साथ मारपीट की. उन्होंने बताया कि इस दौरान बंद समर्थकों ने रोड़ेबाजी की. जिसमें स्कूली बच्चों के साथ-साथ विधि-व्यवस्था डीएसपी को भी चोटें आयी है. इस मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है. बंद समर्थकों पर केस दर्ज किया गया है.
लड़ाई व प्रदर्शन से कुछ नहीं मिलेगा : मंत्री
नगर निगम के एक कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे सूबे के नगर विकास एवं आवास विभाग के मंत्री सुरेश शर्मा ने भारत बंद पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि लड़ाई व प्रदर्शन से बेहतर है कि भाईचारे से समाधान निकाल लिया जाये. उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार सबके साथ सबका विकास के फॉर्मूला पर काम कर रही है. विकास होने के बाद सारी लड़ाई दूर हो जायेगी.