गया : बीती 23 जुलाई को गिरधारी फोर्ड के मालिक अनुराग पोद्दार के घर हुई डकैती मामले में डकैतों की पहचान होने का दावा वरीय पुलिस अधिकारी ने किया है. एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि पिछले दिनों वैशाली व मुजफ्फरपुर में डकैती करने के आरोप में पकड़े गये वैशाली के अंकेश कुमार ने गया में हुई डकैती की घटना का खुलासा किया है. उसने पुलिस को बताया है कि गया में गिरधारी फोर्ड के मालिक के घर डकैती के मामले में विक्रम व सुनील ने उससे संपर्क किया था.
सुनील व विक्रम से गोपालगंज में लूट की घटना को अंजाम देने के बाद बंटवारे को लेकर हुए विवाद के बाद संपर्क टूट गया. इस बीच पता चला कि विक्रम व सुनील ने गया में पोद्दार के घर हुई डकैती में झारखंड के लड़कों का साथ लिया है. विक्रम व सुनील दोनों वैशाली के ही रहनेवाले हैं.
लोकल लाइनर के सवाल पर एसएसपी ने कहा कि वहां पकड़ाये डकैत अंकेश ने बताया कि एक-दो माह तक डकैती दिये जानेवाले घर के आसपास रह कर रेकी करने के बाद घटना को अंजाम दिया जाता है. डकैती दिये जानेवाले घर की तलाश गिरोह के सदस्य खुद ही करते हैं. इधर घटना के खुलासा में हो रही देरी पर पिछले दिनों परिजनों ने प्रशासनिक कार्रवाई पर असंतोष जताया था. इसके लिए कई व्यापारिक संगठनों ने भी डीआइजी से मिल कर घटना का खुलासा करने की मांग की थी. गौरतलब है कि एसएसपी व डीएम आवास के लगभग 200 मीटर की दूरी पर एक घर में गार्ड को बंधक बना कर डकैतों ने नकदी व जेवर मिला कर लगभग 57 लाख रुपये की डकैती सोमवार की देर रात हुई थी. अधिकारियों के नाक तले हुए इस डकैती ने पुलिस प्रशासन की चूलें हीला कर रख दी थी. पीड़ित व्यवसायी गिरधारी फोर्ड, सोलूशन होंडा व दो पेट्रोल पंप के मालिक अनुराग पोद्दार हैं. इनके घर से हीरा, सोने व चांदी के 50 लाख रुपये के जेवरात, पांच लाख रुपये नकदी व 1500 अमेरिकन डॉलर की डकैती हुई थी. डकैती के घटनावाले दिन पूरा परिवार दिल्ली में इलाज करा रहे रिश्तेदार को देखने गये थे.
जिसके साथ डकैती की योजना बनायी थी उससे विवाद होने के बाद दूसरे साथियों के साथ दिया घटना को अंजाम
एक माह तक रेकी कर दिया था घटना को अंजाम