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बच्ची से दुष्कर्म का आरोपित निगमकर्मी निकला, लोग बोले-फांसी पर लटकाओ
गया : दो वर्ष की बच्ची से दुष्कर्म का आरोपित माड़नपुर निवासी साजन रविदास नगर निगम के वार्ड नंबर 37 में अस्थायी सफाई कर्मचारी के रूप में काम करता था. हर रोज वह दोपहर को वार्ड नंबर 37 से काम कर घर चला जाता था. अब सवाल उठ रहा है कि नगर निगम में आठ […]
गया : दो वर्ष की बच्ची से दुष्कर्म का आरोपित माड़नपुर निवासी साजन रविदास नगर निगम के वार्ड नंबर 37 में अस्थायी सफाई कर्मचारी के रूप में काम करता था. हर रोज वह दोपहर को वार्ड नंबर 37 से काम कर घर चला जाता था. अब सवाल उठ रहा है कि नगर निगम में आठ घंटे काम करनेवाला मजदूर कैसे दूसरी जगह दोपहर को काम कर रहा था.
मानवता को तार-तार करनेवाली घटना के बाद कई लोगों ने दोषी को फांसी की सजा देने की मांग की है. घटना के बाद स्थानीय लोगों ने आरोपित को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया था. स्थानीय लोगों ने आरोपित के साथ मारपीट भी की थी. बच्ची का इलाज मगध मेडिकल के आइसीयू में किया जा रहा है. पुलिस ने आरोपित को बुधवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है. गौरतलब है कि मंगलवार की दोपहर आरोपित ने दो वर्षीय बच्ची के साथ मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना को अंजाम दिया था.
इस मामले के सूचक माड़नपुर के रहनेवाले पीड़िता के पिता ने अपनी प्राथमिकी में कहा कि वह 18 माह से माड़नपुर के एक मकान में किरायेदार के रूप में रह रहे हैं. वह कपड़े की फेरी करते हैं. 10 जुलाई को उनकी दो वर्षीय बच्ची घर के पिछले हिस्से में खेल रही थी. दोपहर तीन बजे के करीब उसके रोने की आवाज आयी. बच्ची का रोना सुन जब वह पीछे की ओर गयेेेे, तो देखा कि साजन रविदास बच्ची के साथ आपत्तिजनक स्थिति में था और बच्ची खून से लथपथ कराह रही थी. उन्होंने साजन रविदास को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया. पुलिस ने इस मामले में धारा 376 (बी) व 376(एबी) के तहत केस दर्ज किया है.कोर्ट में पेशी के दौरान अदालत ने आरोपित को जेल भेज दिया.
आक्रोशित लोगों ने क्षतिग्रस्त किया ऑटो : बच्ची से दुष्कर्म के विरोध में जुलूस निकालने के लिए प्रशासन के पास विभिन्न संगठन से जुड़े लोगों ने आवेदन दिया था. प्रशासन ने जुलूस निकालने पर रोक लगा रखी थी. इसके बाद भी आक्रोशित लोगों ने आजाद पार्क से जुलूस निकाल लिया. इस दौरान आक्रोशित लोगों ने एक ऑटो को क्षतिग्रस्त कर दिया. पुलिस ने इस मामले में एक को हिरासत में लिया है. विरोध प्रदर्शन के दौरान एक पॉकेटमार भी रंगे हाथ पकड़ा गया है. उसे लोगों ने सिविल लाइंस के हवाले कर दिया है. इधर अखिल भारतीय रविदासिया धर्म संगठन इकाई के जिलाध्यक्ष देवानंद देवर्षि ने कहा कि मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बारा गांव में एक युवक की हत्या मामले में प्रशासन के अधिकारी निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई करें. वहीं, विष्णुपद थाना क्षेत्र के माड़नपुर मुहल्ले में बच्ची के साथ घिनौनी हरकत करनेवाले दोषी को कड़ी सजा दिलायी जाये.
क्या कहते हैं मेडिकल के उपाधीक्षक
मगध मेडिकल अस्पताल के उपाधीक्षक डा. पीके अग्रवाल ने बताया कि बच्ची बिलकुल स्टेबल है. उसकी स्थिति खतरे से बाहर है. आइसीयू में उसकी देखरेख के लिए अलग से एक नर्स को ड्यूटी दी गयी है. बच्ची के स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए शिशु रोग विशेषज्ञ व स्त्री रोग विशेषज्ञ समेत अन्य चिकित्सकों को मॉनीटिरिंग करने को कहा गया है. बच्ची का बेहतर ध्यान रखने के लिए डॉक्टरों की चार सदस्यीय टीम का गठन भी किया गया है.
क्या कहते हैं एसएसपी
एसएसपी राजीव मिश्रा ने बताया कि दुष्कर्म मामले में आरोपित को जेल भेज दिया गया है. इसके बाद भी लोगों ने प्रशासन की बिना अनुमति के विरोध में जुलूस निकाला है. पुलिस जांच कर रही है, किसी को कानून अपने हाथ में लेने की इजाजत किसी सूरत में नहीं दी जा सकती है. उन्होंने कहा कि कुछ वैज्ञानिक जांच की प्रक्रिया पूरी की जा रही है. इस केस के दोषी को स्पीडी ट्रायल के तहत सजा दिलाने के लिए पुलिस जांच पूरी कर रही है. उन्होंने कहा कि पुलिस कार्रवाई नहीं करती, तो विरोध किया जाना उचित लगता है. लेकिन बेवजह हल्ला-हंगामा करना कानून के अनुकूल नहीं है.
परिजन से मिले कांग्रेस नेता
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के शिष्टमंडल ने पीड़िता के परिजन से मिल कर घटना की जानकारी ली. इसमें कांग्रेस प्रवक्ता प्रोफेसर विजय कुमार मिट्ठू, पूर्व पार्षद शशि किशोर शिशु, जिला सचिव शिव कुमार चौरसिया, बाबू लाल प्रसाद व सुनील कुमार सिन्हा शामिल थे. शिष्टमंडल के सदस्यों ने कहा कि बच्ची के साथ घिनौनी हरकत की गयी है.
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