Darbhanga News: जाले. आकाश में छिटपुट बादल व बारिश की संभावना देखते हुए रविवार को इलाके के किसान गेहूं कटनी व दौनी कराने में जुट गए हैं. लगातार पूरबा हवा चलने से आयी नमी के कारण रीपर बाइन्डर से गेहूं काटने में अधिक समय लग रहा है. बाइंडर का कटर बार-बार गेहूं काटने से मुंह फेर रहा है. दूसरी ओर दौनी के दौरान हिडिम्बा थ्रेसर भी बार-बार लोड लेकर बंद हो जाता है. इस कारण अधिक समय लग रहा है. वहीं किसानों पर आर्थिक बोझ भी बढ़ रहा है, बावजूद किसान अनाज समेटने में जी-जान से जुटे हैं. रतनपुर के किसान गोपीकृष्ण ठाकुर ने बताया कि आधा से अधिक गेहूं कटकर घर में आ चुके हैं. ढाई-तीन बीघा खेतों में गेहूं की फसल लगी हुई थी. इसे समेटने के प्रयास में जुटे हैं. बताया कि किसी भी तरह कटनी के बाद आज ही थ्रेसिंग करा लेने का प्रयास कर रहे हैं. पूरबा हवा चलने से थोड़ी परेशानी के साथ-साथ वर्षा की भी आशंका है. वहीं किसान राज सिंघानिया, कन्हैया कुमार झा, रमेश झा, राजा सहनी आदि ने बताया कि बारिश से पूर्व ही कटनी व थ्रेसिंग करवा लिया था. हालांकि भूसा खेतों में ही रह जाने कारण भींग गया.
मौसम के बदले मिजाज ने बढ़ायी किसानों की चिंता
मनीगाछी. मौसम के बदले रुख को देखकर गेहूं की कटनी व तैयारी में जुटे किसानो की चिंता बढ़ गयी है. बारिश के आसार को देखते हुए किसान फसल समेटने की तैयारी में दिन-रात जुटे हैं. जल्दी-जल्दी से दाना का भंडारण करने की कोशिश कर रहे हैं. दैभत के किसान जयराम महतो ने बताया कि गेहूं की कटनी एक सप्ताह पूर्व कर ली थी, लेकिन पिछली बारिश में फसल भींग गयी थी. दो दिनों में उसे सुखाकर आज थ्रेसिंग करानी थी, लेकिन सुबह के मौसम को देखकर एक बार ऐसा लगा कि फिर भींग जायेगा. हालांकि भगवान की कृपा से दिन अच्छा रहा. अभी भी बहुत सारे ऐसे किसान हैं, जिनका गेहूं खेत में ही लगा हुआ है. वे जल्दी-जल्दी कटनी-दौनी कर फसल का भंडारण कर लेना चाहते हैं.
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