दरभंगा : लोगों ने डीएमसीएच में मृत नवजात शिशुओं को फेकने का सॉफ्ट गारगेट बना लिया है. दो नवजात शिशुओं का शव सोमवार को सर्जिकल भवन के सीओटी के समक्ष स्थत कूड़े में मिला है. एनजीओ के सफाई कर्मी ने इस बात का खुलासा किया.
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डीएमसीएच में मिले दो नवजातों के शव लोगों ने शवों को दफनाया
दरभंगा : लोगों ने डीएमसीएच में मृत नवजात शिशुओं को फेकने का सॉफ्ट गारगेट बना लिया है. दो नवजात शिशुओं का शव सोमवार को सर्जिकल भवन के सीओटी के समक्ष स्थत कूड़े में मिला है. एनजीओ के सफाई कर्मी ने इस बात का खुलासा किया. एक कर्मी वार्डों का कूड़ा फेंक रहा था तो दो […]
एक कर्मी वार्डों का कूड़ा फेंक रहा था तो दो नवजात शिशुओं का शव देख सन्न रह गया. यह सूचना आग की तरह फैल गयी. बावजूद डीएमसीएच प्रशासन ने इसकी सुधि लेने नहीं पहुंचा. एनजीओ के कर्मयों ने दोनेां मृत नवजात शिशुओं को मिट्टीमें गार दिया. बताया जाता है कि किसी नर्सिंग होम वालों के कर्मयों की यह करतूत है. दोनों नवजात शिशुओं का शव कैडबरिज मिनी एग्स वाले थैला में रखकर फेंका गया था. थैला में शव के साथ कई दवाओं का खाली रैपर भी पाया गया है. इसके पूर्व गत आठ माह में यहां आधा दर्जन नवजात शिशु फेंका हुआ मिल चुका है. डीएमसीएच में यह घटना तब घट रही है,
जबकि सुरक्षा एवं अवैध लोगों के प्रवेश बंद करने को यहां गार्डों की भारीफौज 24 घंटे तैनात रहती है. सुरक्षा पर हर माह आठ लाख रूपये से अधिक खर्च होती है. इसके अलावा अस्पताल के सुरक्षा कर्मी अलग से तैनात रहते हैं.
आवास की चाबी सौंपने की कर रहे थे मांग : दरभंगा. बिहार एवं जन चिकित्सा कर्मचारी संघ की डीएमसीएच शाखा का 22 वां दिन भी अस्पताल अधीक्षक कार्यालय के समक्ष नारेबाजी की. इसके पूर्व अमरेंद्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में कर्मियों का जुलूस वार्डों के परिसर होते हुए अस्पताल अधीक्षक कार्यालय के समक्ष पहुंचा. कर्मियों ने कई मांगों को लेकर अस्पताल अधीक्षकके विरोध में नारेबाजी की. यह आंदोलन 16 अगस्त से चरणबद्ध जारी है. संघ की मांगों में कहा
गया है कि नौ नर्सों के वरीयता के आधार पर आवास आवंटित किया गया था. लेकिन आजतक चाभी नर्सों को नहीं सौंपी गयी है. इसके अलावा कई कथित घोटालों का आरोप अस्पताल अधीक्षक पर लगाया गया है. नारेबाजी में अमरेंद्र कुमार सिंह, प्रकाश कुमार सिंह, पार्वती कुमारी, मधुमिता कुमारी, जानकी कुमारी, भावना कुमारी,अजय कुमार सिंह आदि उपस्थित थे. इध अस्पताल अधीक्षक डा. एसके मिश्र ने बताया कि वरीयता के आधार पर आवास आवंटित किया गया था. नौ स्टाफ नर्स तय समय तक नहीं पहुंची. इसके कारण ऐसे स्टाफ नर्सों का आवंटित आवास को निरस्त कर फिर आवेदन मांगा गया है.
आवेदन सौंपने की तिथि भी पहले ही समाप्त हो चुकी है. उन्होंने बताया कि तय तिथि के अंदर सौंपने वाले आवेदनकर्ताओं को वरीयता के आधार पर आवास आवंटित किया जायेगा. संघ के कई आरोप निराधार है.
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