28.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

पांच साल से उद्घाटन के इंतजार में है मुक्तिधाम

पांच साल से उद्घाटन के इंतजार में है मुक्तिधाम भीगो में 50 लाख की लागत से बना था मुक्तिधाम फोटो संख्या- 01 व 02परिचय- भीगो स्थित मुक्तिधाम व मुक्तिधाम बनाने को लगा शिलापट्ट. प्रतिनिधि, दरभंगा. राज्य सरकार ने सात वर्ष पूर्व भीगो में मुक्तिधाम निर्माण की स्वीकृति दी थी तो लोगों को लगा था कि […]

पांच साल से उद्घाटन के इंतजार में है मुक्तिधाम भीगो में 50 लाख की लागत से बना था मुक्तिधाम फोटो संख्या- 01 व 02परिचय- भीगो स्थित मुक्तिधाम व मुक्तिधाम बनाने को लगा शिलापट्ट. प्रतिनिधि, दरभंगा. राज्य सरकार ने सात वर्ष पूर्व भीगो में मुक्तिधाम निर्माण की स्वीकृति दी थी तो लोगों को लगा था कि कुछ महीनों बाद उन्हें भीगो में जाने पर वर्षा-धूप से निजात मिल जायेगी. यहां तक आनेवाली सड़क का भी कायाकल्प हो जायेगा. करीब 50 लाख की लागत से मुक्तिधाम का निर्माण भी कराया गया लेकिन बनने के पांच वर्ष बाद भी निर्माण एजेंसी ने उसका हस्तांतरण नहीं किया है. ऐसी स्थिति में बिना उद्घाटन के ही मुक्तिधाम खंडहर में तब्दील हो गया है. नगर विधायक संजय सरावगी, तत्कालीन मेयर अजय पासवान एवं जिला बीस सूत्री के सदस्य जगदीश साह की उपस्थिति में गत 6 दिसंबर 2009 को भीगो में मुक्तिधाम का शिलान्यास हुआ था. वहां चिता के अंतिम संस्कार के लिए बड़ा प्लेटफार्म, लोगों के बैठने के लिए प्रतीक्षालय, शेड तथा वहां श्मशान में उपयोग होने वाले सामग्रियों की बिक्री के लिए तीन काउंटर भी बनाये गये थे. इस निर्माण कार्य की जिम्मेवारी विभाग ने लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग (पीएचइडी) को दी. पीएचइडी के कार्यकारी एजेंसी ने वर्ष 2011 में इसका निर्माण कार्य पूरा कर दिया. प्लेटफार्म के अलावा परिसर में दो शौचालय, तीन मूत्रालय का भी निर्माण कराया गया था. लेकिन पांच वर्षों से इसका उपयोग नहीं होने के कारण प्लेटफार्म पर गंदगी का अंबार है. शौचालय-मूत्रालय की स्थिति भी बदतर है. परिसर के दो चापाकलोें में एक चापाकल खराब है. सूत्रों के अनुसार उस परिसर में सोलर लाइट से बिजली की व्यवस्था करनी थी लेकिन अबतक कुछ भी नहीं हो सका है. दूसरी ओर मुख्य सड़क से भीगो श्मशान तक जानेवाली सड़क अबतक वैसी ही कच्ची है. फलत: उस कीचड़-पानी युक्त सड़क से ही लोगों को गुजरना पड़ता है. ज्ञात हो कि शहर के करीब एक-तिहाई आबादी भीगो स्थित श्मशान में ही अपने परिजन को अंतिम शवयात्रा में ले जाते हैं. कार्य एजेंसी व नगर निगम के बीच फंसा है पेचमुक्तिधाम निर्माण करनेवाले पीएचइडी ने योजना का काम पूरा होने के बाद वर्षों तक नगर निगम प्रशासन के हवाले उक्त परिसर को नहीं किया. करीब तीन वर्ष पूर्व पीएचइडी के कार्यपालक अभियंता ने जब उसे हैंडओवर करने का प्रस्ताव दिया तो नगर निगम की जनकार्य प्रशाखा ने उक्त परिसर को जर्जर बताकर अद्यतन स्थिति का जिक्र करते हुए हैंड ओवर करनेवाली फाइल बनाने को कहा. लेकिन विभागीय स्तर पर अबतक उक्त परिसर का हैंड ओवर, टेक ओवर नहीं हो सका है. क्या कहते हैं विधायक नगर विधायक संजय सरावगी ने इस बाबत पूछे जाने पर कहा कि भीगो स्थित मुक्तिधाम का उपयोग नहीं होने पर वे तीन बार विधानसभा में इसे उठा चुके हैं. विभागीय मंत्री ने एक महीना के भीतर तीनों बार हैंड ओवर कराने का आश्वासन दिया था. लेकिन अबतक कुछ भी नहीं हुआ है. उन्होंने कहा कि अगले बजट सत्र में वे पुन: इस मुद्दे को उठायेंगे. विधायक ने कहा कि पीएचइडी की शिकायत है कि नगर निगम उक्त परिसर को हैंड ओवर करने को तैयार नहीं है. दूसरी ओर मेयर गौड़ी पासवान ने इस बाबत पूछने पर कहा कि मुक्तिधाम परिसर का उपयोग लोगों को हो सके, इसके लिए शीघ्र ही पीएचइडी से उस परिसर का हस्तांतरण कराया जायेगा. उन्होंने कहा कि बिना व्यवहार किये ही पूरा परिसर जीर्ण-शीर्ण हो गया है, जिसके कारण निगम के अधिकारी उसे हैंड ओवर नहीं कर रहे थे.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें