बेतिया : शहर के समीप हजारी पशु मेला ग्राउंड के गड्ढे में रविवार की सुबह एक मजदूर का शव पड़ा हुआ मिला. मजदूर कन्हैया महतो (26) की हत्या कर शव को गड्ढे में फेक दिया गया था. सुबह लोगों को शव दिखा जिसके बाद पुलिस को सूचना मिली. मौके पर पहुंची मुफस्सिल थाने की पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए मेडिकल कॉलेज भेज दिया. जहां पोस्टमॉर्टम होने के बाद शव को परिजनों के हवाले कर दिया गया.
मुफस्सिल थानाध्यक्ष अशोक कुमार ने बताया कि कन्हैया को चाकू से वार कर मारा गया है. उसके बाद उसके शव को गड्ढे में फेक दिया गया है. चाकू के वार से मृतक के गले, चेहरे व माथे पर कटे का निशान है. एक जख्म उसके पेट पर भी था. पुलिस ने मौके से एक साइकिल भी बरामद की है. पुलिस का कहना है कि परिवारवालों ने किसी से दुश्मनी होने की बात से इनकार किया है.
मृतक कन्हैया के बड़े भाई कृष्णा महतो ने बताया कि उसका परिवार हरिवाटिका पोखरा के पास रहता है. भाई कन्हैया बाजार समिति के मछली मार्केट में मजदूरी का काम करता था. शनिवार की सुबह ही वह घर से निकला था. दिन में बाजार का काम करते हुए बड़े भाई से मुलाकात भी हुई थी.
इसके बाद दोपहर तीन बजे कन्हैया के छोटे भाई छोटू ने उसे हजारी ग्राउंड में धांगड़टोली की तरफ जाते देखा. इसके बाद से उसकी कोई खबर परिवारवालों को नहीं थी. रविवार की सुबह शव को देखकर कुछ लोगों ने पहचान की. इसके बाद सूचना परिवार वालों को मिली. आकर देखा तो उसका शव फेका हुआ था. पुलिस भी मौके पर पहुंच गयी थी. शव मिलने की सूचना पर सैकड़ों लोगों की भीड़ उमड़ गयी थी.
जख्मी हालत में दो युवक समिति से हुए थे फरार : बाजार समिती के दुकानदारों ने रात में दो युवकों को जख्मी हालत में भागते हुए देखा था. वहीं एक दुकानदार ने बताया कि घायल युवक के सर पर जख्म का निशान था. दोनों युवक भागकर आये व दुकानदार से पचास रुपये इलाज कराने के लिए मांगा और पैसे लेकर फरार हो गये.
बेतिया बाजार समिति के मछली मार्केट में काम करने वाले मजदूर कन्हैया की हत्या परिवार वालों के लिए पहेली बन गयी है. बड़े भाई कृष्णा का कहना है कि वैसे तो आय दिन हमसब को कमजोर होने की वजह से मार पीट देता है. लेकिन किसी से ऐसी दुश्मनी नहीं है कि हत्या कर दी जाए.
हादसे से डरे परिवार को लेकर भाई ने कहा कि अगर एक की हत्या हो सकती है तो फिर बाकी बचे हम तीनों भाईयों की भी हत्या हो सकती है. ऐसे में यहां रहना सुरक्षित नहीं है. उसने बताया कि मृतक की अभी शादी नहीं हुई थी. वह मजदूरी करता था. जबकि बाकी दो भाई अभी छोटे हैं. बड़ा भाई घर के पास दुकान चलाकर घर का पालन-पोषण करता है.