मोितहारी में सात मार्च से मिल गेट पर चल रहा था अनशन
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चीनी मिल गेट पर दो कर्मियों ने किया आत्मदाह, हवाई फायरिंग
मोितहारी में सात मार्च से मिल गेट पर चल रहा था अनशन मोतिहारी : चीनी मिल मोतिहारी पर वेतन व गन्ना किसानों के बकाया भुगतान की मांग को ले धरना व अनशन पर बैठे दो लोगों ने आत्मदाह कर लिया. मौके पर उपस्थित लोगों ने निजी नर्सिंग होम में भरती कराया, जहां से गंभीर स्थिति […]
मोतिहारी : चीनी मिल मोतिहारी पर वेतन व गन्ना किसानों के बकाया भुगतान की मांग को ले धरना व अनशन पर बैठे दो लोगों ने आत्मदाह कर लिया. मौके पर उपस्थित लोगों ने निजी नर्सिंग होम में भरती कराया, जहां से गंभीर स्थिति में एक को पटना रेफर कर दिया गया. घटना सोमवार को चीनी मिल गेट पर घटी, जहां मोतिहारी सुगर मिल लेबर यूनियन के महामंत्री नरेश श्रीवास्तव (पताही मिर्जापुर) और उपसचिव सुरूज बैठा (बड़ा बरियारपुर) के आत्मदाह की खबर पर स्थिति भयावह हो गयी.
जम कर पथराव हुआ. उग्र लोगों को रोकने के लिए पुलिस की ओर से आधा दर्जन चक्र हवाई फायरिंग और करीब एक दर्जन आंसू गैस के गोले छोड़े गये. घटना में पथराव से आठ पुलिस अधिकारी व कर्मी सहित एक दर्जन आंदोलनकारी घायल हो गये. डीएम अनुपम कुमार और एसपी जितेंद्र राणा के पहुंचने के बाद स्थिति पर नियंत्रण पाया गया. इस बीच करीब दो घंटे तक चीनी मिल गेट व बरियारपुर पथ रणक्षेत्र में तब्दील रहा.
सात अप्रैल से थे अनशन व धरना पर. बकाया मजदूरी और गन्ना किसानों के बकाया भुगतान व बंद चीनी मिल चालू करने की मांग को लेकर मोतिहारी सुगर मिल लेबर यूनियन की ओर से सात अप्रैल से मिल गेट पर धरना चल रहा था. आर्थिक तंगी झेल रहे लोग निर्णायक लड़ाई की घोषणा कर चुके थे. यूनियन के सदस्यों ने घोषणा की थी कि नौ मार्च की देर रात तक समझौता नहीं हुआ था, उसके बाद हम सब
चीनी मिल गेट पर
आत्मदाह कर सकते है. आंदोलनकारियों का कहना है कि प्रशासनिक स्तर पर कोई सार्थक प्रयास नहीं किया गया, जिसका नतीजा हुआ कि मिल से जुड़े दो लोगों ने आत्मदाह करने की कोशिश की, जो जीवन और मौत के बीच जूझ रहे हैं.
आंदोलनकारियों को उकसाया
आत्मदाह के बाद उग्र भीड़ के नियंत्रण होने के साथ डीएम अनुपम कुमार और एसपी जितेंद्र राणा ने बताया कि रविवार शाम सदर एसडीओ रजनीश लाल से आंदोलनकारियों की वार्ता हुई थी. वार्ता के अनुसार सोमवार को डीएम कक्ष में वार्ता होनी थी. वार्ता के लिए छतौनी पुलिस बुलाने आयी, जिस पर आंदोलनकारी टूट पड़े. गाड़ी को भी क्षतिग्रस्त किया. इंस्पेक्टर विजय कुमार, दारोगा अनिल सहित आठ लोग घायल हुए. इस बीच आंदोलनकारियों ने आत्मदाह का प्रयास किया.
जम कर हुआ पथराव व हंगामा
आत्मदाह के बाद चीनी मिल गेट से दोनों ओर सड़क पर बिखरे पत्थर घटना को बयान कर रहे है. आंदोलन समर्थक लोगों के साथ पुलिस ने भी पथराव किया. स्थानीय लोगों की माने, तो घर में घुस कर पुलिस ने लोगों की पिटाई की और एक दर्जन से अधिक फायरिंग की.
सीओ व दारोगा समेत बीस लोग जख्मी
नौ मार्च के बाद दी गयी थी आत्मदाह की धमकी
10 मार्च की दोपहर मिल यूनियन के नेता ने लगायी आग
मामले में सात गिरफ्तार, आठ पुलिसकर्मी जख्मी
70 फीसदी झुलसे हैं दोनों यूनियन के नेता
नवंबर तक चालू होगी मिल
हनुमान सुगर मिल, मोतिहारी के प्रबंधक विमल कुमार नोपानी ने घटना पर दुख जताया है. उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन सहयोग करे, तो किसान, मजदूरों का बकाया भुगतान करते हुए नवंबर 2017 तक मिल चालू किया जायेगा. उन्होंने कहा कि हाइकोर्ट से जमीन बेचकर बकाया भुगतान का निर्देश मिला था. लेकिन प्रशासनिक स्तर पर जमीन बेचने की अनुमति नहीं मिली. प्रशासन ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर किया, जिसे खारिज करते हुए जमीन बेच कर भुगतान का निर्देश दिया गया. अगर प्रशासन अनुमति देती है, तो बकाया भुगतान करते हुए नवंबर तक मिल चालू कर लिया जायेगा. मिल प्रबंधन घायलों के इलाज में पूरी मदद करेगा.
घटना सिरफिरे तत्वों के साजिश का परिणाम है. मामले में बचाव व भीड़ नियंत्रण के लिए तीन चक्र हवाई फायरिंग व आठ चक्र आंसू गैस छोड़े गये. सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है. मामले में प्राथमिकी कर वीडियो फुटेज के आधार पर कार्रवाई की जायेगी. घटनास्थल पर एसडीओ के साथ डीएसपी पंकज रावत व पुलिस टीम कैंप कर रही है.
जितेंद्र राणा, एसपी, पूर्वी चंपारण
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