मोतिहारी : रक्सौल व काठमांडू के बीच रेलवे लाइन बिछाने पर 16,550 करोड़ रुपये खर्च होंगे. इसकी सर्वे रिपोर्ट रेल मंत्रालय को भेज दी गयी है और दूसरे सर्वे की तैयारी की जा रही है. अंतिम रिपोर्ट के बाद स्वीकृति मिलने पर रेलखंड का निर्माण शुरू होगा. निर्माण कार्य शुरू होकर पूरा होने में करीब छह से सात साल लग जायेंगे.
विभाग के अनुसार रक्सौल-काठमांडू सीधी रेल सेवा केलिए प्रथम सर्वे रिपोर्ट के अनुसार 136 किमी में रेल लाइन बिछायी जायेगी, जिसमें 13 स्टेशन होंगे. इसके अलावा पहाड़ों के अंदर 35-40 किमी लंबी सुरंग बनेगी. रेलखंड पर करीब 32 रेलवे ओवरब्रिज, 33 अंडर पास ट्रैक, विभिन्न नदी, नाला व सड़कों पर 41 बड़े पुल और छोटे व मध्यम करीब 260 पुल बनेंगे ताकि यातायात को सुचारू रखा जा सके.
पहाड़ खोदकर सुरंग बनायी जायेगी. विभाग के अनुसार जून 2020 तक विस्तृत योजना प्रतिवेदन (डीपीआर) तैयार कर लिया जायेगा. पूर्व मध्य रेलवे के इंजीनियर उत्कर्ष कुमार ने बताया कि प्रथम सर्वे रिपोर्ट विभाग को सौंप दी गयी है. अंतिम रिपोर्ट में पुलों की संख्या घट-बढ़ सकती है.