बेतिया : बिहार के बेतिया जिला के मैनाताड़ प्रखंड के रामपुरवा गांव में राम जानकी मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के लिए कलश यात्रा निकाली जा रही थी. इस यात्रा में इसी क्षेत्र के विधायक और बिहार सरकार में गन्ना मंत्री फिरोज अहमद उर्फ खुर्शीद आलम भी शामिल हुए. मंत्री कलश यात्रा में लगभग दस किमी की दुरी तय किए और उन्होंने इस दौरान ‘जय श्रीराम’ का जयघोष भा किया. अपने विधानसभा क्षेत्र में होने वाले इस आयोजन में खुर्शीद आलम ने पूरे उत्साह के साथ भाग लिया और कलश यात्रा में दस किलोमीटर तक पैदल जलकर जय श्री राम का जयघोष भी किया. कलश यात्रा में भाग लेने के बाद मीडिया से बात करते हुए खुर्शीद आलम ने कहा का यज्ञ मतलब जगदीश होता है और यज्ञ का आयोजन विश्व शांति, मानव कल्याण व आपसी सौहार्द बनाए रखने के लिए किया जाता है. इसलिए किसी भी यज्ञ और ऐसे धार्मिक आयोजन में भाग लेना गलत नहीं है.
मंत्री खुर्शीद आलम ने मंदिर की स्थापना के लिए कलश स्थापना भी की. इसमें 11 सौ कन्याओं ने माथे पर कलश धारण कर शोभा यात्रा निकाली थी. फिर नदी से कलश में जल भर कर पुन: मंदिर के लिए यात्रा रवाना हो गयी. इस दौरान उन्होंने कहा कि आपसी सौहार्द बना रहे और सभी लोग भेदभाव मिटाकर एक साथ रहें, इसलिए हम ऐसे आयोजनों में हिस्सा लेते हैं. वहीं, मंत्री का यह जयघोष उनकी ही पार्टी के एमएलसी को रास नहीं आयी.
जेडीयू एमएलसी गुलाम रसूल बलयवी ने खुर्शीद आलम के बयान को इस्लाम के विरुद्ध बताया है. साथ ही उन्होंने कहा कि इस्लामिक मुफ्ती और काजी इस मामले को देखेंगे. जेडीयू नेता ने कहा कि हर एक मजहब का दायरा होता है. उसे लांघने की कोशिश नहीं करनी चाहिए. उन्होंने कहा फतवा जारी करने वाले इस मामले को देखेंगे. विदित हो कि मंत्री खुर्शीद आलम के इस अंदाज के कारण उनके खिलाफ दो बार फतवा भी जारी हो चुका है.