मोतिहारी : शहर की हृदय स्थली में स्थित उर्दू लाइब्रेरी के संचालन के लिए युवाओं की टीम सक्रिय हो गयी है और इसकी जिम्मेवारी ले ली है.इस धरोहर को बचाने के लिए शहर व जिले के कई नामचीन चिकित्सकों व समाजसेवियों ने अपनी सहमति दे दी है और हर स्तर से सहयोग करने का आश्वासन दिया है.
पूर्व की तरह अब नियमित लाइब्रेरी का रीडिंग रूम खुलेगा और छात्र-छात्राओं के अध्ययन के लिए हर तरह की किताबें,प्रतियोगी पुस्तकें उपलब्ध रहेंगी. नयी कमेटी सदर सैफुल्लाह खां के मार्गदर्शन में व सचिव सैयद साजिद हुसैन के नेतृत्व में युवाओं की टीम काम करनी शुरू कर दी है. उनके साथ कोषाध्यक्ष साजिद जमील, शहजाद खां आदि मुहिम को सफल बनाने में जुटे हुए हैं.
यहां बता दें कि ‘पुस्तकालयों में अब खोजने से नहीं मिलती पुस्तकें’ शीर्षक से प्रभात खबर में खबर प्रकाशित हुई थी. खबर में उर्दू लाइब्रेरी सहित शहर के नवयुवक पुस्तकालय व बतख मियां स्मृति के नाम से बने लाइब्रेरी की वास्तविक स्थिति को विस्तार से रेखांकित किया गया था. खबर छपने के साथ ही युवाओं सहित शहर के बुद्धिजीवियों ने अपने-अपने स्तर से पहल शुरू कर दी.
बदहाल रीडिंग रूम को खोला गया और बैठक कर सर्वसम्मति से संचालन समिति का गठन किया गया. समिति बनने के साथ सचिव व उनकी टीम पूरी तरह से सक्रिय हुई और शहर के ही बुद्धिजीवियों से मिला जहां हर स्तर से सहयोग मिला और आगे भी करने का आश्वासन मिला. सचिव श्री हुसैन ने बताया कि खबर छपने के बाद लोगों में काफी जागरूकता आयी है और हर स्तर से लोग साथ दे रहे हैं.