मोतिहारी : महत्मा गांधी केंद्रीय िवश्वविद्यालय के ओएसडी (प्रशासन) व डीन समेत कई विभागों का प्रभार देखनेवाले आशुतोष प्रधान ने अपने पद से इस्तीफा दे िदया है. उन्होंने इसका कारण मानसिक प्रताड़ना और काम की अिधकता बताया है. वह नोिटस पीिरयड पर चले गये हैं और िफर से वापस धर्मशाला केंद्रीय विश्वविद्यालय जाना चाहते हैं. उन्होंने इसका आग्रह महत्मा गांधी केंद्रीय िववि के कुलपति डॉ अरविंद अग्रवाल से िकया है.
कुलपति के नाम िलखे लंबे पत्र में ओएसडी ने िसलसिलेवार ढंग से अपनी बात िलखी है. उन्होंने िलखा है िक वह मानसिक रूप से परेशान हैं, क्योंिक उनके ऊपर सीपीजीआरएएमएस पोर्टल में जो आरोप लगाये गये हैं.
उस तरह से आरोप इससे पहले उनके ऊपर कभी नहीं लगे हैं. उन्होंने िववि में आंतरिक राजनीित पर भी सवाल उठाया है. िलखा है िक कुछ िशक्षक पढ़ाने के बजाय जाित और अन्य चीजों पर ज्यादा ध्यान देते हैं. इसी में िलप्त रहते हैं.
17 अक्तूबर को िलखे पत्र में उन्होंने अपनी पत्नी श्रीमती रश्मिता राय के बारे में पोर्टल पर की गयी िटप्पणी का िजक्र िकया है. िलखा है िक िबना िनयमों की जानकारी के उनकी छवि को नुकसान पहुंचाने की कोिशश की गयी है. पोर्टल में िलख िदया गया है िक वह काम के समय ड्यूटी से गायब रहती हैं. ओएसडी ने काम की अिधकता का भी िजक्र िकया है. िलखा है िक मैं ओएसडी (प्रशासन), एकेडमिक को-आॅर्डिनेटर, डीन, स्कूल ऑफ सोशल सायंस एवं सामाजिक कार्य िवभाग का हेड हूं. एक साथ इतने प्रभार होने की वजह से मैं काम से प्रति न्याय नहीं कर पा रहा हूं. मेरी छात्रों की प्रति जो िजम्मेदारी है, उसे भी ठीक से नहीं िनभा पा रहा हूं.
पत्र में ओएसडी ने अपने डेढ़ साल के जुड़वां बच्चों का िजक्र िकया है. िलखा है िक जब मैं यहां आया था, तो मेरे बच्चे पांच-छह माह के थे. यहां आने के बाद काम की अिधकता की वजह से मैं अिभभावक के रूप में उन्हें समय नहीं दे पाया. जाने-अनजाने में एक अिभभावक के रूप में मैं यह नहीं कर पाया.
इसके आगे उन्होंने िलखा है िक िनयम के मुतािबक अब मैं नोिटस पीिरयड पर चला गया हूं. मैं दो साल के िलए धर्मशाला केंद्रीय िववि से यहां पर आया था. अब िफर से वापस उसी िववि में जाना चाहता हूं. मेरी सेवाओं को िफर से उसी िववि में वापस कर िदया जाये.