22.4 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

बिहार में लोकसभा चुनाव को लेकर DM-SP अब एक्शन मोड में आएंगे, बॉर्डर एरिया पर जानिए क्या होगी तैयारी..

Loksabha Election 2024: लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बिहार के तमाम बॉर्डर इलाकों पर चौकसी बढ़ा दी गयी है. जानिए क्या है जिलों की तैयारी..

बिहार में लोकसभा चुनाव की तैयारी में डीएम और एसपी समेत अन्य पदाधिकारी व एजेंसियां जुटेंगी. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार और निर्वाचन आयुक्त अरूण गोयल चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने के लिए तीन दिवसीय दौरे पर पटना पहुंचे. मंगलवार और बुधवार को राज्य और केंद्र के 20 विभागों के साथ बैठक की गयी और चुनाव की तैयारियों का जायजा उन्होंने लिया. किसी भी तरह के प्रलोभन से चुनाव को दूर रखने की रणनीति बनायी गयी. वहीं हर जिले के जिलाधाकारी, एसपी और रेंज के डीआइजी व अन्य पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया.

पुलिस महकमे को किया अलर्ट

मुख्य चुनाव आयुक्त ने पटना में डीएम, एसपी के साथ क्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक, क्षेत्रीय पुलिस उप महानिरीक्षक व राज्य निर्वाचन आयोग के वरीय अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में शामिल एक एसपी ने बताया कि चुनाव आयुक्त ने बैठक में मौजूद पुलिस अधिक्षकों से उनके जिले में घटी हाल की बड़ी घटनाओं को लेकर भी सवाल किए. वहीं लोकसभा चुनाव को लेकर अब पूरी तरह अलर्ट रहने का निर्देश दिया है.

राज्य और अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बनाये गये चेकपोस्ट


बिहार के 19 जिले पश्चिम बंगाल, झारखंड और यूपी की सीमाओं से जुड़ते हैं. सात जिले नेपाल बॉर्डर से भी लगते हैं. अंतराष्ट्रीय सीमा पर 194 एसएसबी चेकपोस्ट बनाये गये हैं. नेपाल से आने वाले व्यक्तियों और संदिग्ध सामग्रियों की इन चेकपोस्ट पर जांच होगी. 112 पुलिस इंटर स्टेट चेकपोस्ट से पुलिस दूसरे राज्यों से आने वाले व्यक्तियों और वस्तुओं की जांच करेगी. 79 स्टेट एक्साइज तथा वन विभाग और कॉमर्शियल टैक्स विंग गहनता से लेन-देन और वस्तुओं के परिवहन पर निगरानी रखेंगे.

डीएम व एसपी पर भी होगी कार्रवाई

चुनाव आयोग ने डीएम और एसपी के कार्यों को भी निर्धारित किया. सभी राजनीतिक दलों और प्रत्याशियों को समान अवसर देने का निर्देश दिया. दोबारा वोट देने वालों के खिलाफ क्रिमनल केस करने का निर्देश दिया. पूर्व में और इस चुनाव में लापरवाही बरतने वाले डीएम, एसपी समेत अन्य अफसरों की समीक्षा करने का निर्देश दिया. उनके खिलाफ कार्रवाई की बात कही.

इलेक्शन सीजर मैनेजमेंट सिस्टम क्या है..

इस बार इलेक्शन सीजर मैनेजमेंट सिस्टम लायी गयी है. इस पर केंद्र और राज्य की सभी एजेंसियां रहेंगी. ये एजेंसियां यहां आपस में गोपनीय सूचनाओं को साझा करेंगी और इसके अनुसार प्लान बनाकर चुनावी गतिविधियों पर कड़ी नजर रखेंगी. इस दौरान बैंकों को निर्धारित समय से पहले और बाद में बैंक टू बैंक किसी तरह का ट्रांजेक्शन नहीं करने का निर्देश दिया गया. इस दौरान आयोग ने चुनाव में पैसा बांटने, प्रलोभन देने और और अन्य गड़बड़ियों की सौ मिनट के अंदर जांच करने का निर्देश दिया. प्रत्याशियों को आपराधिक रिकॉर्ड की सूचना अखबारों में तीन बार प्रकाशित करानी होगी. नो योर कैंडिडेट के माध्यम से वोटर अपने प्रत्याशियों के बारे में जान पायेंगे.

इन विभागों के साथ हुई बैठक

स्टेट पुलिस, स्टेट एक्साइज, सेंट्रल जीएसटी एंड कस्टम, रेवेन्यू इंटेलीजेंस, सीआइएसएफ, इनकम टैक्स, इडी, ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी, राज्य परिवहन विभाग, एयरपोर्ट ऑथोरिटी ऑफ इंडिया, पोस्टल डिपार्टमेंट, रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया, स्टेट लेबल बैंकर्स कमेटी, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, एसएसबी, स्पेशल इंफोर्समेंट ब्यूरो, रेलवे और आरपीएफ, वन विभाग.

भारत-नेपाल सीमा पर चौकसी बढ़ी, पुलिस भी कई जगह कर रही फ्लैग मार्च

बता दें कि आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर भारत-नेपाल सीमा पर चौकसी बढ़ा दी गयी है. सीमांचल के सीमवार्ती इलाकों में भारत और नेपाल के जवान संयुक्त पैट्रोलिंग कर रहे हैं. जबकि सुपौल में पुलिस फ्लैग मार्च कर रही है. निर्मली थाना क्षेत्र में फ्लैग मार्च निकाला गया. फ्लैग मार्च के माध्यम से पुलिस अधिकारियों ने आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर लोगों को शांतिपूर्ण मतदान के लिए प्रेरित किया. इसके साथ ही सभी मतदाताओं को निडर होकर निष्पक्ष मतदान करने की अपील की गई. 

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें