बक्सर.
वित्तीय वर्ष 2024-25 में जिले के सदर प्रखंड के महदह में 47 करोड़ के लागत से 720 बेड का अनुसूचित जाति विद्यालय सह छात्रावास का निर्माण पांच एकड़ में कराया जा रहा है. निर्माण कार्य भवन निर्माण निगम विभाग के द्वारा आराध्या इंटरप्राइजेज लिमिटेड कंपनी के द्वारा निर्माण कार्य किराया जा रहा है. आवासीय बालिका व बालक महदह में 47 करोड़ रुपये की लागत से 720 आसन बिछावन वाले छात्रावास एवं अनुसूचित जाति उच्च विद्यालय का निर्माण कार्य आराध्या इंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड, त्रिवेदी कंस्ट्रक्शन द्वारा करवाया जा रहा है. कार्य समाप्ति की तिथि 31 मार्च 2026 निर्धारित की गई है. भवन निर्माण निगम के द्वारा कार्य में कोई अनियमितताएं न हो इसको लेकर विभागीय अधिकारी लगातार छोटे छोटे बातें पर ध्यान दें रही है.कार्यरत एजेंसी की नहीं लगाया है सूचना पट्ट :
47 करोड़ के लागत से महदह में अनुसूचित जाति के छात्रावास सह विद्यालय का निर्माण भवन निर्माण निगम के एजेंसी के द्वारा निर्माण कार्य तो शुरू कर दिया गया है. लेकिन सूचना पट नहीं लगाया गया है ताकि आमजनों को पता चल सके कि कौन सा विभाग से और कितने की राशि से और कब तक काम पूरा किया जायेगा. सूचना पट्ट नहीं लगाए जाने से स्थानीय लोग राम जी राय,हरेंद्र कुमार ने सवाल खड़ा किया कि कार्यरत एजेंसी के द्वारा अगर सूचना पट लगाया गया रहा तो हम लोग भी देख सकते थे कि काम कैसे करना है और एजेंसी कैसे काम करती है.इस संबंध में जब कार्यरत एजेंसी के कर्मचारी धर्मेंद्र सिंह से से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि सूचना पट्ट बनकर पटना से आ गया है. दो चार दिन में लगावा दिया जायेगा.क्या-क्या रहेंगी सुविधाएं :
720 बेड का सदर प्रखंड के महदह में 47 करोड़ लागत से बनाया जा रहा है. जिसमें कक्षा 1 से 10 तक अनुसूचित जाति के छात्र-छात्राओं को पढने के लिए तीन तल्ला भवन, 360 बालिकाओं के रहने के लिए चार तला भवन, 360 बालकों के रहने के चार तला भवन, आवास के लिए 21 फ्लैट का चार तला भवन व स्टॉप को रहने के लिए 10 फ्लैट का चार तला भवन बनाया जा रहा.विद्युत विभाग कर रहा है कार्य में बाधा :
720 बेड का बन रहा छात्रावास महदह में जिस भूमि पर बनाया जा रहा है. उसके बीचों बीच 11 हजार और 33 हजार का खुला तार गया है. जिसको लेकर कार्यरत एजेंसी ने बिजली विभाग को कई बार पत्र लिखा है, लेकिन बिजली विभाग ने इसे जरूरी नहीं समझ रहा. कार्यरत कर्मी ने बताया कि कभी भी हो सकता है. घटना मशीनों के द्वारा किया जा रहा है. कभी भी कोई घटना हो सकता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है