बक्सर .
सरकार द्वारा महिला उत्थान एवं सशक्तिकरण की दिशा में क्रियान्वित योजनाओं पर जानकारी देनें कि लिये महिला संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. बिहार सरकार की महिला संवाद कार्यक्रम एक महत्वाकांक्षी पहल है. जिससे महिलाओं को ज़्यादा से ज़्यादा लाभ प्राप्त होगा. ज़िले में अब तक कुल 344 स्थानों पर कार्यक्रम हो चुके हैं. महिला संवाद कार्यक्रम और 70 हजार से भी अधिक महिलाओं और युवतियों की सकारात्मक भागीदारी रही है. संवाद के दौरान महिला संवाद जागरूकता वाहन के डिजिटल स्क्रीन के माध्यम से कल्याणकारी योजनाओं की सफलता पर आधारित 45 मिनट की कुल 3 फिल्में प्रदर्शित की जा रही हैं. फिल्मों में राज्य सरकार की तरफ से क्रियान्वित महिला आरक्षण, बिहार ग्रामीण जीविकोपार्जन प्रोत्साहन समिति (जीविका), नशामुक्ति अभियान, बाल-विवाह, मुख्यमंत्री मेधावृति योजना, मुख्यमंत्री बालिका पोशाक योजना, मुख्यमंत्री बालिका साइकिल योजना, बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड, सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना, सतत् जीविकोपार्जन योजना, लक्ष्मी बाई सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना, वन स्टॉप सेंटर, महिला हेल्पलाईन आदि को प्रदर्शित किया गया. महिलाओं को जागरुक करने के लिए लीफ्लेट का वितरण किया गया. इसके अलावे महिलाओं के बीच मुख्यमंत्री की माताओं व बहनों को संबोधित पत्र का भी वितरण किया गया. महिला संवाद कार्यक्रम के दौरान महिलाओं की आकांक्षाओं तथा समस्याओं को साझा किया तथा सुना गया. इसको संकलित कर महिला संवाद एप्लीकेशन पर अपलोड किया गया. पलिया पंचायत के सौरी ग्राम के वार्ड संख्या 2 की फुल कुमारी देवी पति बाली राय ने कहा कि वार्ड संख्या 2 में एक आंगनवाड़ी भवन की आवश्यकता है. रामवती देवी पति रामाशीष यादव अरैला गांव के वार्ड नंबर एक की रहने वाली है. इनका कहना है कि मेरा विधवा पेंशन लगभग 2 साल से बंद है. अभी तक चालू नहीं किया गया है. इसके अलावा इनका मांग है कि विधवा पेंशन 400 से बढ़कर 4000 किया जाए ताकि इतनी महंगाई में अपना जीवन यापन सही से कर सकें. हकीमपुर पंचायत के खखडही गांव के चिराग जीवका महिला ग्राम संगठन महिला संवाद के दौरान वार्ड नंबर 10 के सोनमती देवी द्वारा वृद्धा पेंशन 400 से बढ़कर 1000 की आकांक्षा व्यक्त किया गया. वार्ड नंबर 3 गांव जलालपुर, पंचायत समुहता, राजपुर की सतत जीविकोपार्जन योजना से लाभान्वित हीराझरी दीदी का मांग है कि एसजेवाई से लाभान्वित सभी लोगों का बिजली बिल माफ होना चाहिए. वार्ड नंबर 8 गांव कथराई, पंचायत समुहता, प्रखंड राजपुर के पनपतो कुंवर के द्वारा बताया गया कि उनको पहले विधवा पेंशन मिलता था लेकिन अब एक सालों से नहीं मिल रहा है. उनके द्वारा फिर से विधवा पेंशन मिलने का मांग किया गया. महिलाओं द्वारा साझा किए गए प्राप्त सूचनाओं के आधार पर सरकार की योजनाओं के सूत्रण एवं नीति-निर्धारण में महिलाओं की आकांक्षाओं को बेहतर ढंग से समाहित किया जायेगा. कार्यक्रम के दौरान प्राप्त सुझावों एवं अपेक्षाओं को संकलित किया जा रहा है एवं संकलित सुझावों एवं अपेक्षाओं को प्रखंड इकाई द्वारा जिला इकाई को भेजा जाता है, जो अपेक्षाएं जिला स्तर पर पूर्ण की जा सकती हैं या जिनका समाधान किया जा सकता है, उन्हें तत्काल कार्रवाई हेतु संबंधित जिला स्तरीय पदाधिकारियों को निर्देशित किया जा रहा है. संबंधित विभागों जिन अपेक्षाओं को विभाग स्तर से पूरा कर सकते हैं उनपर अपनी करवाई करेंगे. कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु जीविका जिला परियोजना प्रबंधक चंदन कुमार सुमन, प्रखंड परियोजना प्रबंधक, कम्युनिटी कोऑर्डिनेटर, क्षेत्रीय समन्वयक तथा अन्य भी उपस्थित रहे और महिलाओं को सरकारी योजनाओं से जोड़ने एवं उन्हें आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है