रामरेखा घाट के किले पर हुई बुद्धिजीवियों व व्यवसायियों की बैठक
बक्सर : बक्सर को सांस्कृतिक धरोहर घोषित करने के लिए विश्वामित्र सेवा संघ की एक बैठक रामरेखा घाट के किनारे आयोजित की गयी, जिसमें केंद्र और राज्य सरकार से बक्सर के विकास के लिए विशेष अनुदान राशि देने की मांग की गयी.
साथ ही बक्सर को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए और शाहाबाद प्रमंडल का मुख्यालय बनाने के लिए मांग की गयी और लोगों ने यह चेतावनी भी दी कि मांगे पूरी नहीं हुई, तो जन आंदोलन किया जायेगा, जिसमें दिल्ली की ट्रेन को आने-जाने नहीं दिया जायेगा. आयोजित बैठक में गायत्री शक्ति पीठ बक्सर, चूड़ी मार्केट व्यवसायी संघ, बक्सर जिला मुखिया संघ और बक्सर जिला व्यावसायिक प्रकोष्ठ के साथ बैठक की गयी, जिसका संचालन जगदीश चंद्र पांडेय विद्यार्थी ने किया. उन्होंने कहा कि विश्व सांस्कृतिक धरोहर के रूप में बक्सर जिला को विकसित करने के लिए पर्यटन की दृष्टि से ऐतिहासिक स्थलों को विकसित किया जायेगा.
उन्होंने कहा कि बक्सर विश्वामित्र की तपोभूमि के साथ-साथ 88 हजार ऋषि मुनियों का केंद्र रहा है. बक्सर में एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन व बस स्टैंड का विकास तथा चरित्रवन से गंगा में रोपबे बना कर मंगला भवानी से जोड़ने का काम भी किये जाने चाहिए. बैठक में राणा प्रताप सिंह, पंकज मानसिंहका, चूड़ी व्यवसायी संघ के अध्यक्ष जामुद्दीन उर्फ बंगाली संजय सिंह, मो. तौहीद आलम, देव दत्त उपाध्याय, सुधीर चौबे आदि ने भी अपने-अपने विचार रखे.