बक्सर : जिला बाल विकास परियोजना के तहत जिले के दस आंगनबाड़ी केंद्रों को मॉडल केंद्र के रूप में विकसित किया जायेगा. इनमें से सात जगहों को चयन हो चुका है. जबकि तीन जगहों का चयन अभी भी अधर में है.
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मॉडल केंद्र बनेंगे जिले के दस आंगनबाड़ी केंद्र
बक्सर : जिला बाल विकास परियोजना के तहत जिले के दस आंगनबाड़ी केंद्रों को मॉडल केंद्र के रूप में विकसित किया जायेगा. इनमें से सात जगहों को चयन हो चुका है. जबकि तीन जगहों का चयन अभी भी अधर में है. इस आलोक में कार्य शुरू भी हो गया है. सरकार इन पर कुल बीस […]
इस आलोक में कार्य शुरू भी हो गया है. सरकार इन पर कुल बीस लाख रूपये खर्च कर रही है यानी एक आंगनबाड़ी केंद्र के लिए दो लाख रुपया खर्च के लिए निर्धारित किया गया है. यहां बच्चों के लिए खेलने से लेकर चलचित्र के माध्यम से पढ़ाने की समुचित व्यवस्था रहेगी.
आंगनबाड़ी केंद्रों की दीवारों पर सांकेतिक शब्दों और वर्णमाला का चित्र उकेरा रहेगा ताकि बच्चे चित्रों को देखकर अपनी समझ बना सकेंगे. बच्चों को पेयजल और शौचालय के लिए भी परेशान नहीं होना पड़ेगा. ये सुविधाएं पूर्व से बेहतर होंगी. वहीं, इन केंद्रों पर इंटरनेट सुविधा भी उपलब्ध रहेगी, जिससे सेविका इंटरनेट के माध्यम से बच्चों को पढ़ाई करायी जा सके.
930 आंगनबाड़ी केंद्र अब भी किराये पर
जिले में कुल 1529 आंगनबाड़ी केंद्र हैं. इनमें से 930 आंगनबाड़ी केंद्र किराये पर हैं, जिसके कारण इन केंद्रों के बच्चों को पेयजल से लेकर अन्य सुविधाओं को लिए तरसना पड़ता है. जिला बाल विकास परियोजना अभी भी इन केंद्रों के लिए जगह तलाश रही है. वहीं, जिन केंद्रों के पास अपना भवन है, वह भी बहुत अच्छी स्थिति में नहीं है.
इन जगहों पर बन रहा मॉडल केंद्र
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