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राष्ट्रीय कृषि विकास मिशन के तहत जिले में 560 एकड़ में होगी धान की खेती

बक्सर : जिला में राष्ट्रीय कृषि विकास मिशन के तहत कुल 560 एकड़ में धान की खेती करने का लक्ष्य निर्धारित है. हरित क्रांति के तहत अत्याधुनिक तरीके से धान की खेती करने के नाम पर तकरीबन 20.16 लाख रुपये खर्च होने का अनुमान है. जिला के किसानों को राष्ट्रीय कृषि विकास मिशन के तहत […]

बक्सर : जिला में राष्ट्रीय कृषि विकास मिशन के तहत कुल 560 एकड़ में धान की खेती करने का लक्ष्य निर्धारित है. हरित क्रांति के तहत अत्याधुनिक तरीके से धान की खेती करने के नाम पर तकरीबन 20.16 लाख रुपये खर्च होने का अनुमान है. जिला के किसानों को राष्ट्रीय कृषि विकास मिशन के तहत बीज अनुदान पर उपलब्ध कराया जाता है.

विभाग की मानें तो राष्ट्रीय कृषि विकास मिशन के तहत कई योजनाएं संचालित की जा रही है. इससे अधिक से अधिक धान की पैदावार कर किसानों का धान बीज के रूप में ही उपयोग किया जा सके. इसके तहत धान की खेती करने वालों किसानों की खेती का समय-समय पर विभाग के द्वारा मॉनीटरिंग भी की जाती है. कृषि पदाधिकारी कृष्णानंद चक्रवती ने कहा कि बीच ग्राम योजना के तहत जिला में कुल 150 किसानों का चयन करना है.
लगभग हर प्रखंड कम से कम एक-एक किसान का चयन अनिवार्य है. इसके तहत किसानों को आधार बीज दिया जाता है. बीज 50 प्रतिशत का अनुदान पर किसानों को उपलब्ध कराया जाता है. इसके बाद धान की पैदावार होने पर किसान उसका उपयोग बीज के रूप में सरकार को या किसानों को बेच सकते हैं. वही राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के तहत भी धान की पैदावार बढ़ाने के लिये कई योजनाएं चलायी जा रही है.
इस योजना के तहत लाभार्थियों को धान के बीज पर सब्सिडी दी जाती है. किसानों को बीच व कीट उपलब्ध कराया जाता है. जबकि मुख्यमंत्री तीव्र बीज विस्तार योजना के तहत प्रत्येक प्रखंड में पांच-पांच किसानों का 90 फीसदी अनुदान पर धान का बिचड़ा उपलब्ध कराया जाता है. इस योजना के तहत किसानों का चयन करने का काम प्रत्येक प्रखंड के प्रखंड कृषि पदाधिकारी और समन्वयक के जिम्मे होता है. इसके तहत चयनित किसानों के खाते में इस योजना की राशि सीधे भेज दी जाती है.
सबसे कम केसठ पंचायत के किसानों को मिलेगा योजना का लाभ
सबसे कम केसठ पंचायत के किसानों को मिलेगा योजना का लाभ
हरित क्रांति योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2019-20 में जिले में तनावरोधी प्रभेदों के प्रत्यक्षण का लक्ष्य इस प्रकार निर्धारित है. कुल 142 पंचायतों में इस योजना के तहत धान की खेती करने का लक्ष्य है. सबसे ज्यादा सिमरी प्रखंड के कुल 20 पंचायत, राजपुर प्रखंड के 19 पंचायत, ब्रह्मपुर प्रखंड के 18 पंचायतों में धान की खेती करने का लक्ष्य है.
जबकि बक्सर, डुमरांव और नावानगर में कुल 16 पंचायत में, इटाढ़ी के कुल 15 पंचायत शामिल है. वहीं सबसे कम केसठ प्रखंड में इस योजना के तहत किसानों को लाभ मिलेगा. यहां मात्र तीन पंचायतों में इस योजना के तहत किसानों का चयन करना है. वही चक्की में चार, चौगाई में पांच पंचायत के किसानों को हरित क्रांति योजना का लाभ मिलेगा.

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