बक्सर :अगरआपकेपास रसूख है और पैसा है, तो हो सकता है कि आपको शराब पीने के मामले में गिरफ्तारीहोने के बाद तुरंत राहत मिल जाये. जी हां, बिहार के बक्सर जिले के डुमरांव प्रखंड के कोरान सराय बाजार मेंकुछऐसा हीमामलासामने आया है.बुधवारको शराब के अवैध धंधेबाजों के साथ स्थानीय थाना प्रभारी ने एक रसूखदार शराबी को गिरफ्तार किया. जानकारी के मुताबिक गिरफ्तार शराबी और पूर्व में बाजार में शराब पीकर कई बार लॉ एंड आर्डर की समस्या खड़ी कर चुके रामेश्वर सिंह को थाना प्रभारी ने तुरंत थाने से ही छोड़ दिया. वहीं इस मामले में गिरफ्तार भीम साह को जेल भेज दिया. इस खबर से बाजार के स्थानीय लोगों में थाना प्रभारी के प्रति आक्रोश है और वह नये पदस्थापित थाना प्रभारी के इस रवैये से काफी आहत हैं. एक तरफ नये उत्पाद अधिनियम और कानून को लेकर सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार काफी संवेदनशील हैं और खासकर शराबबंदी के मामले में उनके स्टैंड की चारों ओर सराहना हो रही है. वैसे में इस तरह की घटना स्थानीय पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाने के लिए काफी है.
घटना बुधवार रात की बतायी जा रही है, जब गुप्त सूचना के आधार पर कोरानसराय बाजार स्थित छोटा पड़ाव पर संचालित एक जेनरल स्टोर की दुकान में सघन छापेमारी कर कुल नौ बोतल शराब के साथ धंधेबाज को गिरफ्तार कर गुरुवार की सुबह जेल भेज दिया गया था. बाजार के सम्मानित बुद्धिजीवियों ने कहा कि यह तरीका बिल्कुल ठीक नहीं है. थाना प्रभारी द्वारा सबसे बड़े अपराधी को रास्ते में ही छोड़ देना शराब के धंधे को दोबारा बढ़ावा देने के लिए काफी है. उधर, स्थानीय थानाध्यक्ष जेपी सिंह ने मीडिया को बताया है कि गिरफ्तार धंधेबाज कोरान सराय निवासी भीम प्रसाद गुप्ता की निशानदेही पर भागने वाला कारोबारी व बेलांव गांव निवासी चंदन कुमार राय की गिरफ्तारी के लिए संभावित ठिकानों पर छापेमारी चल रही है.
गौर हो कि कोरान सराय बाजार में चाय नाश्ते की दुकान पर शराब पीने का मामला बहुत पहले भी उठ चुका है, और उसमें हंगामा करने वालों में रसूखदार शराबी रामेश्वर सिंह का नाम कई बार सामने आया है. स्थानीय लोगों के मुताबिक रामेश्वर सिंह ने थानाघ्यक्ष को अपने राजनीतिक जान पहचान और स्वजातीय होने का हवाला देकर अपने आपको गिरफ्तारी से बचा लिया है. वहीं इस घटना के बाद एक बार फिर कोरान सराय थाना पुलिस की छवि पर गहरा दाग लगा है.
बाजार के दुकानदारों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि कई बार थानाध्यक्ष के नाम पर बकाया खरीदारी और थाने के सामने स्टेट हाइवे पर गाड़ियों से वसूली भी खुलेआम होती है. नये थानाप्रभारी से लोगों को काफी उम्मीद थी, लेकिन रामेश्वर सिंह की रसूख के आगे थाना प्रभारी का झुकना लोगों के लिए चिंता का विषय बना हुआ है. बाजार में चाय-नाश्ता की दुकान तथा किराना स्टोर की आड़ में नशे के सौदागर सक्रिय रहते हैं. यहीं नहीं, इन धंधेबाजों को राजनीतिक छत्रछाया भी मिलने की खूब चर्चा होती है. रामेश्वर सिंह इससे पूर्व भी कई बार बाजार में खुलेआम दारू पीकर हंगामा कर चुका है और कई लोगों को पीट चुका है. इस बार उसकी गिरफ्तारी होने के बाद लोगों में काफी खुशी थी, लेकिन तत्काल रिहाई के बाद अब लोग दहशत में है और पुलिस के प्रति लोगों में आक्रोश भी है.
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