लापरवाही. 35 साल पुराने पाइप से हो रही सप्लाइ, नहीं पहुंच रहा पानी
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”प्यासे” हैं लोग, बरबाद हो रहा पानी
लापरवाही. 35 साल पुराने पाइप से हो रही सप्लाइ, नहीं पहुंच रहा पानी 2000 में 1100 घरों को ही मिला हुआ है कनेक्शन शिकायत के बावजूद पेयजलापूर्ति पाइप नहीं की जा रही दुरुस्त आरा : नगर के जगदेव नगर की मुख्य सड़क के पास पेयजल आपूर्ति पाइप के फटे रहने से प्रतिदिन एक हजार से […]
2000 में 1100 घरों को ही मिला हुआ है कनेक्शन
शिकायत के बावजूद पेयजलापूर्ति पाइप नहीं की जा रही दुरुस्त
आरा : नगर के जगदेव नगर की मुख्य सड़क के पास पेयजल आपूर्ति पाइप के फटे रहने से प्रतिदिन एक हजार से अधिक गैलन पानी बरबाद हो रहा है. वहीं, पाइप फटने से लोगों के घरों में पानी नहीं पहुंचने से काफी परेशानी हो रही है. मुहल्ले की जनसंख्या लगभग 12762 है. वहीं, मुहल्ले में लगभग दो हजार घर हैं, जबकि लगभग 1100 घरों को पेयजल की आपूर्ति विभाग द्वारा की जा रही है. जिन घरों में मोटर की अपनी व्यवस्था है, उनका तो काम किसी तरह चल रहा है, पर जिन लोगों ने अपने घरों में मोटर नहीं लगाया है, उन्हें पानी के लिए तरसना पड़ रहा है. वहीं, गरीबों की भी स्थिति पानी के लिए दयनीय हो गयी है.
लगभग बीस दिन से पाइप फटा है और पानी बह कर बरबाद हो रहा है, पर विभागीय कर्मचारियों व अधिकारियों का इस पर ध्यान नहीं है. हालांकि मुहल्लावासियों द्वारा इसको लेकर विभाग में कई बार शिकायत की जा चुकी है. सरकार ने हर घर को नल का पानी पहुंचाने की योजना की शुरुआत की है और इसकी जोर शोर से प्रचार भी की जा रही है, पर पूर्व की व्यवस्था पर किसी का ध्यान नहीं है.
प्रतिदिन एक हजार गैलन से अधिक पानी हो रहा बरबाद : जलापूर्ति पाइप फटे रहने से प्रतिदिन एक हजार से अधिक गैलन पानी की बरबादी हो रही है. वहीं, शिकायत के बाद भी मरम्मत नहीं करायी जा रही है. एक तरफ सरकार जल संचय की बात करती है, और दूसरी तरफ पानी की बरबादी को रोकने की दिशा में कदम नहीं उठाया जा रहा है.
नयी योजना अब भी नहीं उतरी धरातल पर : लोगों को पानी की समस्या से निजात दिलाने को लेकर बिहार सरकार ने सात निश्चय कार्यक्रम में हर घर को नल का जल पहुंचाने को प्रमुखता से लिया है, पर नगर में बीस फीसदी काम भी इस योजना के तहत नहीं हो पाया है. इस कारण इस योजना से लोगों को लाभ पहुंचने में अभी काफी विलंब है. पूर्व से चल रही जलापूर्ति योजना की हालत खास्ता है. नगर में कई जगहों पर पाइप फटे रहने से पानी यूं ही बरबाद हो रही है.
जर्जर पाइप को नहीं बदल रहा विभाग : पूर्व से जलापूर्ति योजना के तहत लगाये गये पाइप लगभग 35 वर्ष पुराने हो चुके हैं, पर विभाग इन पुराने पाइप को नहीं बदल रहा है. इतने पुराने पाइप से जलापूर्ति का काम सुचारु रूप से कैसे होगा, यह विभाग ही बता सकता है, पर इस कारण लोगों को आये दिन परेशानी झेलनी पड़ रही है.
पानी बहने से सड़कों पर भी पड़ता है असर : फटे पाइप से पानी बहने के कारण सड़कों पर भी बुरा असर पड़ता है. वहीं, यातायात व्यवस्था भी बाधित होती है. सड़कों पर पानी बहने से सड़कें कीचकीच रहती हैं और जल्द टूट जाती हैं. इससे वाहनों सहित लोगों को आने-जाने में काफी कठिनाई होती है.
पेयजलापूर्ति के पाइप फटे होने की शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाती है. संसाधनों व कर्मियों की कमी के कारण थोड़ी परेशानी है, जल्द ही उसे दुरुस्त करा दिया जायेगा.
प्रमोद कुमार, नगर आयुक्त, नगर निगम
पेयजलापूर्ति पाइप कई दिनों से फटे रहने से पानी यूं ही बह रहा है, पर विभाग में इसकी शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है. इससे काफी परेशानी हो रही है.
अवधेश कुमार, जगदेव नगर
पाइप फटे रहने से घरों में पानी नहीं पहुंच पा रहा है. इससे काफी परेशानी हो रही है. मेरे घर में पानी का मोटर भी नहीं लगा है. दूर जाकर चापाकल से पानी लाना पड़ रहा है.
मनोज कुमार राय, जगदेव नगर
कई बार विभाग में इसकी शिकायत की गयी, पर आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला. पानी बहने से प्रेशर कम गया है और पानी नहीं पहुंच रहा है, पर निगम का ध्यान नहीं है.
बैजनाथ साहू, जगदेव नगर
विभाग बिल्कुल लापरवाह है. कहीं भी पाइप फटता है और पानी बहता है, तो उस पर कोई कार्रवाई नहीं होती. इस कारण पानी की काफी किल्लत झेलनी पड़ रही है.
अखिलेश पासवान, जगदेव नगर
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