आरा/सहार. सहार थाने के हनुमान छपरा गांव में दो पक्षों के बीच कीचड़ व मिट्टी फेंकने के बाद विवाद उत्पन्न हो गया. इसकी सूचना मिलते ही पहुंची पुलिस दोनों पक्षों को समझा-बुझा कर मामले को शांत कराने में जुटी हुई थी कि अचानक गांव के लोग एक साथ पुलिस पर टूट पड़े तथा जम कर पथराव किया. इस घटना में थानाध्यक्ष समेत सैफ के दो जवान जख्मी हो गये.
इस संबंध में सहार थानाध्यक्ष बीके ब्रजेश ने बताया कि सुबह में राम अयोध्या पांडेय और राम जतन चौधरी के बीच मिट्टी और किचड़ फेेंकने को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया था. इसके बाद दोनों पक्षों में जम कर मारपीट भी हुई, जिसमें दर्जन भर लोग जख्मी हो गये थे. इसकी सूचना मिलते ही पुलिस गांव में पहुंच कर दोनों पक्षों को समझा-बुझा कर शांत कराने में जुटी हुई थी कि ग्रामीणों ने पथराव शुरू कर दिया. यही नहीं, ग्रामीणों ने हथियार छीनने का भी प्रयास किया. किसी तरह वहां से भाग कर जान बचायी. इसकी सूचना जैसे ही वरीय अधिकारियों को मिली तुरंत ही घटनास्थल पर पहुंचे. इसके बाद से गांव पुलिस छावनी में तब्दील है.
सैफ जवान सुरेंद्र सिंह की हालत गंभीर, रेफर
ग्रामीणों द्वारा अचानक किये गये पथराव में चोट लगने से थानाध्यक्ष बीके ब्रजेश का सिर फट गया, जबकि इस घटना से सैफ जवान शेर सिंह तथा सुरेंद्र सिंह गंभीर रूप से जख्मी हो गये. सभी घायलों को इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सकों ने सैफ जवान सुरेंद्र सिंह की स्थिति को गंभीर देखते हुए बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया.
किन लोगों की हुई गिरफ्तारी
पुलिस पर पथराव के बाद थानाध्यक्ष के बयान पर 11 लोगों के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी है, जिसमें पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पुचुल पांडेय, विकास पांडेय, राम अयोध्या पांडेय, वीरेंद्र पांडेय, रितेश पांडेय, सुरज पांडेय, राजू पांडेय, विक्की पांडेय, घनश्याम पांडेय को गिरफ्तार किया गया है, जबकि इस मामले में दो लोग अभी भी फरार चल रहे हैं. उनकी गिरफ्तारी को लेकर पुलिस छापेमारी कर रही है.
मची अफरा-तफरी पुलिस बलों की तैनाती
घटना को लेकर थोड़ी सी भी पुलिस सजग नहीं थी, पुलिस मानवता के नाते दोनों लोगों के विवाद को सुलझाने पहुंची थी, ताकि छोटी सी बात बड़ी घटना का कारण न बन जाये. ऐसे में पुलिस पर किये गये पथराव से एक बात तो साफ हो गया है कि समाज में अभी भी बहुत सारे ऐसे लोग हैं, जो पुलिस और पब्लिक के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध स्थापित नहीं होने देना चाहते हैं. इससे पहले भी कई बार पुलिस बलों पर पथराव हो चुका है. अचानक हुए पथराव से गांव में अफरा-तफरी मच गयी. वहीं, मौके पर नक्सल एसपी मो साजिद सहित पीरो डीएसपी जेपी राय पहुंचे, जिसके बाद मामला शांत हुआ.