कोइलवर : सोन नदी के बीचो-बीच स्थित कोईलवर नगर पंचायत का सुरौधा टापू शनिवार को इतिहास में पहली बार गुलजार हुआ. ऐसा हो भी क्यों न, जिले भर में शराब के अवैध निर्माण और व्यवसाय के लिए कुख्यात सुरौधा के ग्रामीणों ने जब शराब न बनाने व बेचने और न ही पीने की संकल्प लिया तो इस संकल्प से प्रसन्न जिले के बड़े हाकिम आज सुरौधा टापू पहुंचे थे.
जिलाधिकारी संजीव कुमार और पुलिस अधीक्षक अवकाश कुमार जिला और प्रखंड के आलाधिकारियों के लाव-लश्कर के साथ सोन नदी के बीचोबीच स्थित कोइलवर के सुरौधा टोंक ग्रामीणों से मिलने और उनकी समस्याओं को साझा करने पहुंचे. आजादी के बाद पहली बार कोई अधिकारी सुरौधा टापू पर पहुंचा था.
इस अवसर पर यहां विकास शिविर का आयोजन किया गया. जीवन में पहली बार किसी आलाधिकारी को अपने दरवाजे पर देख सुरौधा के ग्रामीण भाव-विह्वल हो उठे और अपनी समस्याओं को सुनाते हुए फफक पड़े. मौके पर डीपीआरओ, अंचलाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, सर्किल पुलिस निरीक्षक, थानाध्यक्ष, कार्यपालक पदाधिकारी, शिक्षा पदाधिकारी, चिकित्सा पदाधिकारी समाजसेवी लक्ष्मण राय, सोनू खान, शिवकुमार सिंह समेत प्रशासनिक अधिकारी और सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण मौजूद थे.
विकास शिविर का किया गया आयोजन : जिलाधिकारी व पुलिस कप्तान की देखरेख में विकास शिविर का आयोजन किया गया. विकास शिविर में कृषि,स्वास्थ्य व स्वच्छता समेत कई विभागों के काउंटर लगाये गये थे, जिसमें इन विभागों द्वारा नागरिकों को मिलनेवाली सुविधाओं और लाभों की जानकारी दी गयी. साथ ही राजस्व कर्मचारी द्वारा मौके पर कई लोगों के राजस्व की रसीद काटी गयी. वहीं कृषि पदाधिकारी राजेश चौधरी द्वारा किसानों को केसीसी व उन्नत बीजों व कृषि संबंधित अन्य जानकारी दी गयी.
ग्रामीणों ने समस्याओं को रखा : सैकड़ों की तादाद में पहुंचे ग्रामीणों से जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने जब उनकी समस्याएं पूछी, तो वे फफक पड़े. शिक्षा, स्वास्थ्य, यातायात, बिजली, कृषि, आवास, सामाजिक सुरक्षा जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित सुरौधावासियों ने आम आदमी को जीवनयापन के लायक सुविधाएं मुहैया उपलब्ध कराने का आग्रह किया.
ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से आवागमन की सुविधा के लिए एक नाव की मांग की ताकि आपात स्थिति में प्रखंड और जिला मुख्यालय तक पहुंचा जा सके. लोगों ने बताया कि 1948 में प्रशासन द्वारा एक नाव उपलब्ध करायी गयी थी, जो 1975 के बाढ़ में बह गयी. उनका कहना था कि आम दिनों में तो पड़ोसी जिले के परेव होकर ग्रामीण किसी तरह मुख्यालय पहुंच जाते हैं, लेकिन बरसात के दिनों में स्थिति सोचनीय हो जाती है. ग्रामीणों ने यहां रह रहे लोगों के बच्चों की बेसिक शिक्षा के लिए स्कूल की भी मांग की ताकि नदी पार कर पांच किलोमीटर दूर कोईलवर स्थित स्कूल न जाना पड़े.
इस पर जिलाधिकारी ने शिक्षकों की व्यवस्था कर बच्चों को पढ़ाने की पहल करने की बात की. किसानों ने जिलाधिकारी से भूगर्भ जल स्तर के नीचे जाने के कारण नलकूपों के बंद होने पर खेतीबारी की समस्या उत्पन्न होने की समस्या रखी. साथ ही कहा कि यहां के खेतिहर जमीन की मालगुजारी और जगहों के अपेक्षाकृत ज्यादा है, जिस कारण किसानों को दिक्कत होती है. इस बात पर डीएम ने जल्द ही समस्या के समाधान की बात कही.
एक महीने में करेंगे समीक्षा : डीएम : राजस्व कर्मचारी द्वारा तय दर से अधिक पैसे लेने के ग्रामीणों के आरोप पर डीएम ने अंचलाधिकारी से जांच कर रिपोर्ट करने को कहा. साथ ही सुरौधावसियों को दी जानेवाली सविधाओं की एक माह बाद समीक्षा करने की बात कही.
आजादी के बाद पहली बार सुरौधा टापू पर पहुंचे डीएम-एसपी
अधिकारियों की टीम के पहुंचने पर गुलजार हुआ सुरौधा
महिलाओं ने भी लगा दी आरोपों की झड़ी
महिलाओं द्वारा सामाजिक सुरक्षा पेंशन न मिलने, आवेदन जमा करने के लिए आंगनबाड़ी कर्मी के पैसे मांगने, विकासमित्र द्वारा कोई जानकारी न देने, आंगनबाड़ी केंद्र ससमय न खुलने, समय पर टीकाकरण न होने की बातों को जब जिलाधिकारी के समक्ष रखा गया तो उन्होंने गंभीर होकर इसके प्रति जवाबदेह अधिकारियों को चेतावनी दी.
साथ ही सामाजिक सुरक्षा पेंशन के लिए तत्काल ऑन स्पॉट आवेदन लेकर एक महीने में पेंशन का लाभ देने और रिपोर्ट देने को कहा. साथ ही चिकित्सा पदाधिकारी को स्वास्थ्य शिविर का आयोजन कर विकलांगता प्रमाणपत्र निर्गत करने का आदेश दिया.
जिस पर 12 दिसंबर को मेडिकल कैंप लगाने की बात चिकित्सा पदाधिकारी द्वारा की गयी.
शराब बेचनेवालों की सूचना दें ग्रामीण, होगी कार्रवाई : एसपी
पुलिस अधीक्षक से ग्रामीणों ने कहा कि प्रशासन की पहल पर हमने शराब का निर्माण व व्यवसाय बंद कर दिया, लेकिन पटना जिले के बिहटा थाने के मौदहीं और मनेर थाना क्षेत्र के अमनाबाद के ग्रामीणों द्वारा सुरौधा के इलाके में घुसकर शराब का निर्माण किया जा रहा है. इस कारण शराबबंदी के संकल्प पर पानी फिर रहा है. साथ ही भविष्य में सुरौधा के साथ फिर से अवैध शराब के निर्माण व व्यवसाय का कलंक जुट सकता है. इस पर एसपी ने कहा कि आप लोग शराब व्यवसायियों के साथ सख्ती से पेश आएं. थानाध्यक्ष को सूचना दें, कार्रवाई की जायेगी.