आरा : दो वर्षों में भोजपुर जिले में एक हजार से अधिक मामले दर्ज हुए और लगभग दो हजार लोगों के दामन दागदार हुए. इसके बावजूद जिले में शराब की तस्करी बदस्तूर जारी है. देशी-विदेशी शराब का कारोबार फल- फूल रहा है, तो कई इलाकों में शराब का निर्माण भी लगातार जारी है. हालांकि पुलिस के द्वारा लगातार शराब तस्करों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. दो वर्षों के बाद भी शराब तस्करों को रोक पाना पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई है. बता दें कि सूबे में एक अप्रैल, 2016 से शराबबंदी पूर्ण रूप से लागू कर दिया गया.
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1813 लोगों के दामन पर लगा दाग लेकिन नहीं रुकी शराब की तस्करी
आरा : दो वर्षों में भोजपुर जिले में एक हजार से अधिक मामले दर्ज हुए और लगभग दो हजार लोगों के दामन दागदार हुए. इसके बावजूद जिले में शराब की तस्करी बदस्तूर जारी है. देशी-विदेशी शराब का कारोबार फल- फूल रहा है, तो कई इलाकों में शराब का निर्माण भी लगातार जारी है. हालांकि पुलिस […]
पूरे बिहार में शराब पीने व शराब बेचने के लिए एक अलग कानून बनाये गये, जिसके तहत शराब के मामले में पकड़े गये लोगों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने का प्रावधान बनाया गया. भोजपुर जिले में दो वर्षों के भीतर पुलिस द्वारा की गयी कार्रवाई के आंकड़े के अनुसार 1218 मामले दर्ज किये गये. 5700 लीटर देशी शराब,17971 लीटर विदेशी शराब तथा 1813 लोगों की गिरफ्तारी की गयी. इसके बावजूद जिले में शराब तस्करी का धंधा चुपके-चोरी फल- फूल रहा है.
एक सप्ताह पहले सोन नदी के बीचोबीच तरेगना टोक गांव से लगभग 32 हजार लीटर शराब पुलिस ने नष्ट किया था. साथ ही अवैध रूप से चल रही 10 भट्ठियों को ध्वस्त किया था. नये एसपी अवकाश कुमार के निर्देश पर शराब के खिलाफ पूरे जिले में फिलहाल महा अभियान चल रहा है, जिसके तहत प्रतिदिन किसी-न- किसी थाना क्षेत्र से शराब की बरामदगी
की जा रही है.
दो वर्षों के बाद भी शराब तस्करों को रोक पाना पुलिस के लिए चुनौती
रेल, सड़क व जल मार्ग से होता है लाल पानी का कारोबार
पुलिस लगातार शराब के खिलाफ अभियान चला रही है लेकिन सौ राजा की बुद्धि एक चोर वाली कहावत चरितार्थ होती दिख रही है. पुलिस के लाख प्रयास के बावजूद शराब तस्कर चोरी- चुपके शराब की तस्करी करने से बाज नहीं आ रहे है. कभी रेल तो कभी सड़क मार्ग के रास्ते शराब की तस्करी का सिलसिला जारी है. इतना ही नहीं गंगा नदी से भी शराब लाने का खेल यहां होता है. पुलिस द्वारा लगातार की जा रही कार्रवाई से शराब तस्करों में भय तो व्याप्त है लेकिन धंधा चोरी- चुपके चल रहा है.
1 अप्रैल, 2016 से 31 अक्तूबर, 2017 का आंकड़ा
प्रतिवेदित कांडों की संख्या1218
बरामद देशी शराब5700 लीटर
बरामद अंग्रेजी शराब17971
जिले में कुल गिरफ्तारी1813
बोले पदाधिकारी
शराब के खिलाफ पूरे जिले में महा अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें जिले में चल रहे चुपके- चोरी कई शराब तस्करों को गिरफ्तार किया गया है. साथ ही जब्त की गयी शराब को नष्ट कर दिया गया है. पकड़े गये शराब तस्करों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जा रही है.
अवकाश कुमार, एसपी
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