नरकटिया जमींदारी बांध में गुरुवार सुबह अचानक कई जगहों पर सीपेज (पानी का रिसाव) शुरू हो गया, जिससे इलाके में हड़कंप मच गया. लगातार बढ़ते गंगा के जलस्तर से बांध पर दबाव बना हुआ है. ग्रामीणों ने बताया कि सुबह होते ही बांध के किनारे कई जगहों पर रिसाव देखा गया. तत्काल कर्मियों ने बालू से भरे बोरे सीपेज वाले स्थानों पर डालने का कार्य शुरू किया. सोनवर्षा के रामनगर घाट के पास गंगा का जलस्तर बांध के समकक्ष पहुंच गया है, जिससे हालात चिंताजनक हो गये हैं. बांध की स्थिति पहले से ही जर्जर है. वर्ष 2016 में यह क्षेत्र गंभीर कटाव की चपेट में आ चुका है, लेकिन इसके बावजूद मरम्मत और सुदृढ़ीकरण का कार्य को गंभीरता से नहीं लिया गया. ग्रामीणों का आरोप है कि पिछले साल आयी आंधी व बारिश से बांध का एक बड़ा हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था, जिसकी मरम्मत आज तक नहीं करायी गयी. सोनवर्षा, मिलकी, विक्रामपुर और बिहपुर बाढ़ के संभावित खतरे की जद में आ चुके हैं. पशुधन को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है. प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई शुरू कर दी है, लेकिन खतरा अभी टला नहीं है. यदि गंगा का जलस्तर और बढ़ा, तो यह स्थिति किसी भी समय भयावह रूप ले सकती है.
अपने उच्चतम जलस्तर को पार करने को गंगा बेचैन
गोपालपुर इस्माईलपुर-बिंद टोली में गंगा अपने उच्चतम जलस्तर वर्ष 2021 के 33.50 मीटर को पार कर नया कीर्तिमान स्थापित करने को बेताब है. बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल कार्यालय नवगछिया के अनुसार गुरुवार की शाम छह बजे गंगा नदी इस्माईलपुर-बिंद टोली में 33.02 मीटर पर बह रही है. गंगा के जलस्तर में भारी वृद्धि से बाढ़ का दायरा बढ़ता जा रहा है. स्पर सात के डाउन स्ट्रीम मछली आढ़त से स्पर नौ तक पानी का काफी दबाव है. स्पर संख्या नौ में कराया गया कार्य पानी में बहने से हड़कंप मच गया. सहायक अभियंता ई अमितेश कुमार ने बताया कि स्पर संख्या नौ पर पानी का काफी दबाव होने से स्पर की सुरक्षा के लिए वृक्ष को डलवाया जा रहा है. बांस का बंडल व एनसी में बालू भरी बोरियों को डलवा कर स्पर को सुरक्षित करने का प्रयास किया जा रहा है. स्थिति काफी गंभीर बनी हुई है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

