मेंटेनेंस के नाम पर शहर के विभिन्न हिस्सों में बिजली आपूर्ति बाधित रही. बरारी वाटर वर्क्स को भी बिजली नहीं मिली. जिससे कई इलाकों में पेयजल संकट भी रहा. भागलपुर. मेंटेनेंस के नाम पर बिजली काट बिजली अधिकारी लोगों को न सिर्फ परेशान कर रहे, बल्कि उद्योग धंधे को भी भारी नुकसान पहुंचा रहा है. तेज धूप व बेतहाशा गर्मी में बिजली की कटौती लोगों के लिए विकट समस्या बन गयी है. गुरुवार को पूर्वी शहर के दो फीडर की बिजली ठप रही. साथ में भीखनपुर पावर सब स्टेशन भी बंद रहा. दोनों जगहों के उपभोक्ताओं को सुबह छह बजे से साढ़े 10 बजे तक बिजली-पानी संकट का सामना करना पड़ा. लोगों ने नाराजगी भी व्यक्त की और कहा कि बिजली कंपनी का यही रवैया रहा, तो आने वाले दिनों में आंदोलन करने को बाध्य होना पड़ेगा. पूर्वी शहर में सेंट्रल जेल के बरारी वाटर वर्क्स और बरारी इलाके को बिजली नहीं मिली. दरअसल, माउंट कार्मेल से बरारी आइटीआइ के बीच 200 मीटर में खुले तारों को केबल से बदलने के लिए उक्त दोनों फीडरों को बंद किया था. इससे बरारी वाटर वर्क्स से जलापूर्ति भी ठप रह गयी. वहीं, भीखनपुर पावर सब स्टेशन के 33 हजार वोल्ट की लाइन को ही सुबह छह बजे सबौर ग्रिड से बंद करा दिया और काम कराने लगा. इस करण सुबह आठ बजे के बाद तक त्रिमूर्ति चौक, भोलानाथ पुल इशाकचक व डिक्शन मोड़ फीडर से आपूर्ति ठप रही और इससे जुड़े मोहल्ले के लोग परेशान रहे. लंबी कटौती के बाद ओवरलोड से ट्रिपिंग की रही समस्या लंबी कटौती के बाद वाटर वर्क्स व बरारी सहित त्रिमूर्ति चौक, भोलानाथ पुल इशाकचक व डिक्शन मोड़ फीडर की बिजली चालू हुई, तो ओवर लोड की समस्या बन गयी. इस वजह से हर पांच मिनट पर लाइन ट्रिपिंग के कारण फीडर बंद और चालू होता रहा. यह सिलसिला आपूर्ति सामान्य होने यानी दोपहर तक चलती रही. ट्रिपिंग के कारण उक्त फीडर क्षेत्र के कई ट्रांसफॉर्मरों का फेज उड़ गया और वह भी शिकायत के बाद समय पर नहीं बना. इस कारण से भी लोगों को बिजली संकट का सामना करना पड़ा.
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