भागलपुर
विवि की व्यवस्था लचर, कोई सुनने वाला नहीं
सेवानिवृत्त कर्मचारी कुमार आशुतोष राजेश ने कहा कि विवि में पेंशनरों के मामले को लेकर व्यवस्था लचर हो गयी है. कोई सुनने वाला नहीं है. सेवांतलाभ के मामले को लेकर उच्च न्यायालय, राज्य सरकार व कुलाधिपति के निर्देशों की अवहेलना विवि में किया जा रहा है. कहा कि राज्य सरकार के निर्देश पर तत्कालीन कुलसचिव व कुलपति के आदेश पर वार्ता के लिए मुझे बुलाया गया. मेरा पक्ष सुनने के बाद लिखित रूप से कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन ने आपका वेतन नहीं रोका है, लेकिन गलती तो हो गयी है. ऐसी परिस्थिति में भविष्य में न्यायालय एवं राज्य सरकार द्वारा कोर्ट से निर्देश प्राप्त होने के उपरांत मामले पर अक्षरशः पालन किया जायेगा. इसे लेकर विवि प्रशासन से बात की. मेरे साथ दोहरा मापदंड क्यों अपनाया गया.
अपर सचिव ने कुलसचिव से की थी बातकहा कि मामले को लेकर आठ अप्रैल 2025 को राजभवन में समय मिला. इसकी सूचना कुलपति को दी. कुलपति मिलने की अनुमति दी. जब मिलने गया, तो कोई नतीजा नहीं निकला. मैं निर्धारित तिथि को राजभवन गया. राजभवन से अपर सचिव ने कुलसचिव से मोबाइल से संपर्क किया, तो कुलसचिव ने कहा अभी दो दिन गेस्ट टीचर की बहाली है. फिर प्राथमिकता के आधार पर मामले का निष्पादन कर दिया जायेगा, लेकिन अबतक कुछ नहीं किया गया.
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