भागलपुर दो दिनों पूर्व हुई झमाझम बारिश से टीएमबीयू परिसर स्थित पीजी सहित सात हॉस्टल टापू बनने के कगार पर है. यह स्थिति तब है जब बरसात का मौसम अभी शुरू भी नहीं हुआ है. टीएमबीयू व नगर निगम की लापरवाही का खामियाजा हॉस्टलों में रहने वाले करीब 700 छात्रों को भुगतना पड़ रहा है. पीजी हॉस्टल जाने वाले रास्ते में घुटना भर नाला व बारिश का पानी जमा है. पानी से बदवू आने लगा है. ऐसे में हॉस्टलों में रहने वाले छात्र बीमारी फैलने की डर से हॉस्टल छोड़ कर जाने को मजबूर है. यहीं नहीं पानी जमा रहने के कारण हॉस्टलों में सांप भी निकल रहा है. इससे छात्रों में भय का माहौल है. दूसरी तरफ न्यू दिनकर परिसर में प्रवेश करने वाले मुख्य द्वार पर भी नाला का गंदा पानी जमा है. छात्र-छात्राओं व शिक्षक उसी पानी से गुजर कर विभाग जाने को मजबूर है. दो साल से हो रही बैठक, समाधान नहीं हॉस्टल जाने वाले रास्ते में नाला व बारिश का जमा पानी निकालने के लिए दो साल से विवि प्रशासन व नगर निगम प्रशासन के अधिकारी व इंजीनियरों की बैठक पर बैठक हुई, लेकिन ठोस पहल दोनों तरफ से नहीं की जा सकी है. जबकि तत्कालीन नगर आयुक्त सहित विवि के अधिकारी पानी निकासी को लेकर कई बार स्थल का निरीक्षण भी किया. दो साल में भी समस्या का निदान तक नहीं निकल पाया. बता दें कि मामले को लेकर एक दिन पहले शुक्रवार को छात्र राजद के कार्यकर्ता कुलपति के आवासीय कार्यालय का घेराव किया था. छात्र राजद के विवि अध्यक्ष लालू यादव ने बताया कि मामले को लेकर कुलपति से उनकी वार्ता हुई है. कुलपति ने भरोसा दिलाया है कि दो से तीन दिन में समाधान किया जायेगा. छात्र नेता ने कहा कि तीन दिन तक इंतजार किया जा रहा है. इसके बाद रणनीति बनाकर चरणबद्ध आंदोलन विवि में किया जायेगा. पानी निकालने के लिए चैनल नहीं हो सका तैयार करीब दो साल होने जा रहा है और पीजी हॉस्टल जाने वाले रास्ते से पानी निकालने के लिए चैनल अबतक तैयार नहीं हो सका है. तत्कालीन नगर आयुक्त ने पिछले साल स्थल का निरीक्षण का सड़क किनारे चैनल बनाकर पानी निकासी के लिए संबंधित अधिकारी को निर्देश दिया था, लेकिन कुछ काम होने के बाद चैनल बनाने का काम बंद हो गया. चैनल से संबंधित नाला निर्माण भी करना था. ये काम भी नहीं हो सका. दरअसल, पीजी हॉस्टल सहित कई जगहों का पानी विवि के भैरवा तालाब में ही निकासी की जाती थी, लेकिन स्मार्ट सिटी योजना के तहत भैरवा तालाब का काम चल रहा है, जो एक साल से बंद पड़ा है. हॉस्टल के छात्रों ने बतायी समस्या हॉस्टल जाने वाले रास्ते में कई दिनों से गंदा पानी जमा है. ऐसे में टाइफाइड व डेंगू फैल सकता है. ऐसे में हॉस्टल के कुछ छात्र घर चले गये हैं. छोटू कुमार, वेलफेयर हॉस्टल टू हॉस्टल आने-जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. लगातार गंदा पानी से आने-जाने के कारण बीमारी होने का खतरा बना हुआ है. राहुल कुमार, वेलफेयर हॉस्टल टू सड़क के अलावा हॉस्टल में प्रवेश करने वाले द्वार तक गंदा पानी जमा है. विवि प्रशासन पानी की निकासी की समुचित व्यवस्था कराये. रॉबट कुमार, वेलफेयर हॉस्टल पानी की निकासी को लेकर बार-बार विवि में आवेदन दे चुके हैं, लेकिन इसका निदान विवि की तरफ से नहीं किया जा रहा है. जल्द कुछ नहीं हुआ, तो चरणबद्ध आंदोलन किया जायेगा. लालू यादव, पीजी हॉस्टल वन स्थिति काफी खराब है. विवि प्रशासन व नगर-निगम इस दिशा में ठोस पहल नहीं कर पा रहा है. ऐसे में हॉस्टलों में रहने वाले छात्रों को कठिनाइयों से गुजरना पड़ रहा है. अमरनाथ यादव, पीजी हॉस्टल वन जब से सड़क पर गंदा पानी जमा है. हॉस्टल के छात्रों को चप्पल पहनकर निकलना पड़ता है. जूता पहनना भूल गये है. कॉलेज व पीजी विभाग जाने में असुविधा हो रही है. रोहित कुमार, पीजी हॉस्टल वन
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